Last Updated: Thursday, December 22, 2011, 17:15

चेन्नई : विश्व शतरंज चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने गुरुवार को कहा कि यदि उन्हें भारत रत्न मिलता है तो यह बहुत बड़ा सम्मान होगा लेकिन वह देश के इस सर्वोच्च नागरिक सम्मान को पाने के लिये किसी तरह की लाबिंग नहीं करेंगे और अपना नाम भी नहीं सुझाएंगे।
आनंद ने गुरुवार शाम यहां एनआईआईटी के सम्मान समारोह से इतर पत्रकारों से कहा, यदि मैं इसे हासिल करता हूं तो बड़ा सम्मान होगा लेकिन मैं इसके लिए लांबिग नहीं करूंगा। पिछले सप्ताह सरकार ने भारत रत्न के लिए श्रेणियां समाप्त कर दी थी जिससे खिलाड़ी भी इसको पाने के हकदार बन गए हैं। हॉकी के जादूगर ध्यानचंद और स्टार बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर इसके दावेदारों में शामिल हैं। आनंद ने हालांकि किसी खिलाड़ी का नाम इस पद के लिए नहीं सुझाया। आनंद की निगाहें अब अगले साल मास्को में अपना विश्व खिताब बचाने पर हैं जहां उनका मुकाबला बोरिस गालफैंड से होगा। आनंद ने इसे काफी कड़ा मुकाबला करार दिया।
उन्होंने कहा, शतरंज खिलाड़ी हमेशा विकास करता है। वे हमेशा कुछ नया करते हैं। यह कड़ा मुकाबला होगा। भले ही लोग कह रहे हैं मैं दावेदार हूं लेकिन मैं इसको ज्यादा तवज्जो नहीं देता। मैं और बोरिस दोनों ही एक समान स्थिति से शुरुआत करेंगे। मैं अगले महीने से अपनी तैयारियां करूंगा। मेरे पास इसके लिए तीन या चार महीने का समय है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 22, 2011, 22:51