Last Updated: Thursday, March 22, 2012, 08:37
हैदराबाद: इस साल अपना पहला खिताब जीतकर राहत महसूस कर रही स्टार भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने कहा कि तकनीक और स्ट्रोकप्ले से अधिक उन्हें खुद को धर्यवान खिलाड़ी बनाने की दिशा में काम करना होगा क्योंकि इससे उनके खेल के सभी पहलुओं में सुधार होगा।
स्विस ओपन में जीत के बाद बासेल से लौटने पर साइना ने कहा, ‘सबसे पहले मुझे लगता है कि मुझे खुश को शांतचित्त बनाने की जरूरत है। लोगों को मुझसे काफी उम्मीद हैं। मुझे खुद को सहज करना होगा, सभी स्ट्रोक खुलकर खेलने होंगे और इसके बाद ही मैं अपनी फिटनेस और तकनीक में सुधार के बारे में सोच सकती हूं।’
उन्होंने कहा, ‘अगर मैं सिर्फ ट्रेनिंग पर ध्यान दूं और काफी दबाव लूं तो मुझे नहीं लगता कि कुछ भी सही होगा।’ साइना ने कहा कि उनके मेंटर और कोच पुलेला गोपीचंद ने अपेक्षाओं के दबाव से निपटने में उनकी काफी मदद की।
इस स्टार खिलाड़ी ने कहा, ‘मैं दबाव में थी क्योंकि मैं टूर्नामेंट नहीं जीत रही थी। मेरे टखने में भी चोट थी। अंतत: गोपी सर ने मुझे कहा कि उन्हें लगता है कि मैंने काफी दबाव ले लिया है और अपने खेल का लुत्फ भी नहीं उठा रही हूं।’
साइना ने कहा, ‘उन्हें लग रहा था कि मैं सही तरह से मूव नहीं कर रही हूं और कोर्ट पर मुझे परेशानी हो रही है। उन्होंने मुझे कहा कि ‘सहज हो जाओ और अपने खेल का लुत्फ उठाओ। मैं तुम्हारी गलतियों में सुधार कर दूंगा और इसके बारे में चिंता मत करो’।
इसलिए मुझे लगता है कि इसका इस बार काफी असर पड़ा।’’ इस स्टार खिलाड़ी ने कहा कि स्विस ओपन की जीत काफी अहम है क्योंकि इसने उन्हें दोबारा आत्मविश्वास हासिल करने में काफी मदद की।
उन्होंने कहा, ‘यह काफी अहम है क्योंकि ओलंपिक आ रहा है। मुझे एक बड़ी सफलता की जरूरत थी। यह सही समय पर मिली है। बेशक इसमें कुछ समय लगा लेकिन मुझे अपनी एकाग्रता और आत्मविश्वास वापस हासिल करने की जरूरत थ। मैंने इन सभी में सुधार किया है इसलिए काफी खुश हूं।’
(एजेंसी)
First Published: Thursday, March 22, 2012, 14:08