'मेरे बच्चे कभी क्रिकेटर नहीं बनेंगे' - Zee News हिंदी

'मेरे बच्चे कभी क्रिकेटर नहीं बनेंगे'



नई दिल्ली. अपनी आत्मकथा लिखकर सचिन को डरपोक कहने वाले पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब अख्तर ने लिखा है कि वो अपने बच्चों को कभी क्रिकेट का खिलाड़ी नहीं बनने देंगे. लगता है वो अपने क्रिकेट जीवन के कटु अनुभव से इतने परेशान हैं कि अपनी अगली पीढ़ी को इससे रू-ब-रू नहीं होने देंगे. फिलहाल अख्तर कुंआरे हैं.

 

हाल ही में सुर्खियों में आए अपनी आत्मकथा ‘कांट्रोवर्शियली योर्स’ में अख्तर ने लिखा है कि अगर मेरी शादी होगी और बच्चे होंगे तो मैं कभी भी उन्हें क्रिकेट खेलने के लिये प्रेरित नहीं करूंगा क्योंकि यह आपसे काफी कुछ छीन लेता है. इस किताब में उन्होंने सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ को मैच विजेता नहीं कहकर विवाद खड़ा कर दिया था.

 

उन्होंने लिखा है कि आर्थिक हालत के कारण उनके पास क्रिकेट खेलने की बाध्यता थी. इस तरह क्रिकेट ने मेरा पारिवारिक जीवन छीन लिया. अपना रोश व्यक्त करते हुए शोएब कहते हैं कि वो अपने भाई की शादी, बहन को बड़ा होते और उसके बच्चों के जन्म की खुशी में शरीक भी नहीं हो सके. अपनी मां और पापा की देखभाल उस तरह से नहीं कर सके जैसा वो चाहते थे.

 



हालांकि अख्तर मानते हैं कि क्रिकेट खेलना सम्मान की बात है और वो दोबारा ऐसा करना चाहेंगे, लेकिन इसमें जो दर्द सहना पड़ता है, इस कारण वो अपने बच्चों के लिये ऐसा नहीं चाहेंगे. अख्तर ने लिखा, क्रिकेट ने मुझे सबकुछ दिया जो मैं चाहता था लेकिन इसके अलावा मुझे वह चीज भी मिली जिसके बारे में मैंने कभी नहीं सोचा था. वह है दर्द, शारीरिक कष्ट, मानसिक यातना और मीडिया ट्रायल्स, जिसने मुझे बदनाम किया.

 

वो आगे लिखते हैं, पाकिस्तान में क्रिकेट को एक जुटता का खेल माना जाता है जो परिवारों और देश को एक रखता है. जब बच्चा अच्छा करता है तो उसके माता पिता की तारीफ की जाती है लेकिन यह दुखद है कि जब वह किसी विवाद में पड़ जाता है तो उसके परिवार का बहिष्कार किया जाता है. (एजेंसी)

First Published: Tuesday, September 27, 2011, 17:11

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