Last Updated: Wednesday, April 11, 2012, 08:38
ज़ी न्यूज ब्यूरो नई दिल्ली : कैंसर की बीमारी से जूझे टीम इंडिया के धाकड़ बल्लेबाज युवराज सिंह बुधवार को इलाज के बाद पहली बार फाइटर के अंदाज में मीडिया से मुखातिब हुए और कहा कि मैदान पर वापसी में कम से कम दो महीने का वक्त लगेगा लेकिन मैदान पर वापसी बड़ी उपलब्धि होगी। युवराज ने कहा कि कैंसर के इलाज के दौरान मेरी मां (शबनम सिंह) ने पूरा साथ दिया। कीमोथेरेपी के दौरान वह हमेशा साथ रही और मुझे ताकत दिया। बीमारी के दौरान मेरी मां बिल्कुल भी नहीं घबराई और न ही रोईं।
युवराज ने कहा कि उन्हें इस बीमारी से उबरने के लिए लांस आर्मस्ट्रांग से प्रेरणा मिली और वे मेरे रियल लाइफ हीरो हैं। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास नहीं होता है कि मुझे कैंसर हुआ है। अच्छा हुआ कि कैंसर का पता शुरुआत में ही चल गया और इलाज सही वक्त पर शुरू हो गया। इस दौरान साथ देने के लिए मैं अपने सभी दोस्तों का शुक्रिया अदा करता हूं। युवराज ने कहा कि वे जल्द ही पूरी तरह फिट होकर लौटेंगे। मैं हमेशा से जिंदादिल हूं और नहीं बदलूंगा।
उन्होंने कहा मुझे जिंदगी दोबारा मिली है और इस बात के लिए भगवान का शुक्रिया अदा करता हूं। बीमारी के बारे में उन्होंने बताया कि यह काफी कठिन वक्त था, खांसी और उलटी होती थी। पहले छह महीने तक पता ही नहीं चला कि क्या हुआ है। लेकिन सही वक्त पर इलाज शुरू हो गया। पहले किसी ने सही नहीं बताया कि वास्तव में तकलीफ क्या है। हालांकि अब कैंसर दूर हो गया है, लेकिन डर अब भी बना हुआ है।
इस धाकड़ बल्लेबाज ने कहा कि बीमारी से उबरने के बाद कुछ ही महीने में मैदान पर वापसी करूंगा। हालांकि मैदान पर आने में दो महीने का वक्त लगेगा। मैदान पर आना बड़ी उपलब्धि होगी। इस बीच जब भी मैच होता था तो बड़ी हताशा होती थी। अब मैं चाहता हूं कि देश के लिए फिर से खेलूं क्योंकि क्रिकेट से दूर नहीं रह सकता। लेकिन जल्दबाजी नहीं करना चाहता हूं।
उनके डॉक्टर नीतेश रोहतगी ने कहा कि सकारात्मक सोच की वजह से युवराज को कैंसर की जंग जीतने में मदद मिली। वे अमेरिकी डाक्टरों के संपर्क में लगातार बने रहे। सचिन तेंदुलकर से लंदन में हुई मुलाकात पर उन्होंने कहा कि वह काफी हौसला बढ़ाने वाला और सरप्राइज था। इस मुलाकात से उन्हें काफी खुशी हुई। उन्होंने कहा कि अपने अनुभवों पर किताब लिख रहा हूं।
First Published: Thursday, April 12, 2012, 09:39