Last Updated: Monday, March 18, 2013, 21:35

मोहाली: भारतीय क्रिकेट टीम ने पंजाब क्रिकेट संघ मैदान पर खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में सोमवार को आस्ट्रेलिया को छह विकेट से हराकर चार मैचों की श्रृंखला में 3-0 की बढ़त बना ली है। अब महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में खेल रही भारतीय टीम दिल्ली में होने वाला चौथा टेस्ट जीतकर न सिर्फ आस्ट्रेलिया का सूपड़ा साफ करना चाहेगी बल्कि एक इतिहास भी बनाना चाहेगी। भारतीय टीम ने अपने टेस्ट इतिहास में आज तक कभी भी कोई श्रृंखला 4-0 से नहीं जीती है लेकिन अब उसे यह कीर्तिमान काफी सम्भव दिख रहा है। अब भारतीय टीम फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में 22 मार्च से होने वाले चौथे टेस्ट मैच को इसी उद्देश्य के साथ जीतना चाहेगी।
यह सिर्फ चौथा मौका है, जब भारत ने किसी श्रृंखला में तीन टेस्ट मैच जीते हैं और तीसरी बार श्रृंखला में 3-0 की बढ़त हासिल की है। भारत ने चेन्नई और हैदराबाद में खेले गए शुरुआती दो मैचों में जीत हासिल करते हुए श्रृंखला में 2-0 की अजेय स्थिति बना ली थी।
बहरहाल, अपने करियर के पहले ही मैच में शतक लगाकर कीर्तिमान बनाने वाले दिल्ली के बल्लेबाज शिखर धवन को मैन आफ द मैच चुना गया। धवन ने पहली पारी में भारत के लिए 187 रन बनाए थे। धवन ने 85 गेंदों पर शतक लगाकर रिकार्ड कायम किया था। चोटिल होने के कारण वह दूसरी पारी में बल्लेबाजी नहीं कर सके।
मैच के पांचवें दिन सोमवार को भारत को जीत के लिए 133 रनों का लक्ष्य मिला था, जिसे उसने चार विकेट खोकर हासिल कर लिया। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने नाबाद 18 रन बनाए जबकि रवींद्र जडेजा आठ रन पर नाबाद लौटे। भारत ने चेतेश्वर पुजारा (28), मुरली विजय (26), विराट कोहली (34) और सचिन तेंदुलकर (21) के विकेट गंवाए।
भारत के लिए हालांकि यह लक्ष्य हासिल करना आसान नहीं रहा। एक तो उसने इसे हासिल करने के लिए चार विकेट गंवा दिए और फिर दिन की समाप्ति के साथ-साथ जैसे-जैसे ओवर समाप्त हो रहे थे, भारत पर दबाव बढ़ता जा रहा था। सचिन के आउट होने के बाद जब रवींद्र जडेजा विकेट पर आए तब भारत को 24 गेंदों पर जीत के लिए 17 रन बनाने थे।
माहौल ट्वेंटी-20 मैचों जैसा हो चुका था। फर्क बस इतना था कि इंडियन प्रीमियर लीग के स्टार जडेजा और धौनी सफेद कपड़ों में थे और गेंद लाल थी। जडेजा ने आईपीएल में अपने बड़े कद का लिहाज करते हुए पीटर सिडल के ओवर में दो चौके लगाए और भारत को दबाव से मुक्त किया। फिर कप्तान धोनी ने मिशेल स्टार्क के ओवर में लगातार तीन चौके लगाकर भारत को जीत दिला दी।
इससे पहले, भारतीय गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत मेहमान टीम की दूसरी पारी 223 रनों पर सिमट गई। आस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 408 रन बनाए थे, जबकि भारत ने अपनी पहली पारी में 499 रन जोड़े थे। भारत की ओर से भुवनेश्वर कुमार और रवींद्र जडेजा ने तीन-तीन विकेट हासिल किए, जबकि रविचंद्रन अश्विन और प्रज्ञान ओझा को दो-दो सफलताएं मिलीं।
मैच के बाद मेहमान कप्तान माइकल क्लार्क ने कहा कि उनकी टीम ने संघर्षशक्ति दिखाई लेकिन भारतीय टीम उससे बेहतर खेली और यही कारण है कि वह विजेता के रूप में सामने आई। क्लार्क ने मैच खत्म होने के बाद कहा, हमने संघर्ष शक्ति दिखाई। हमारे गेंदबाजों ने आज जिस तरह का जज्बा दिखाया, वह वाकई ही शानदार था। हालांकि भारत को जीत का श्रेय जाता है। मुरली विजय और शिखर धवन ने भारत को शानदार शुरुआत दी। भारतीय बल्लेबाजों ने बढ़िया बल्लेबाजी का मुजाहिरा किया।
भारतीय कप्तान धौनी ने कहा कि उनके गेंदबाज परिस्थितियों का दोहन करने में सफल रहे और यही बात उनकी टीम की सफलता का कारण बनी। धोनी बोले, हमने परिस्थितियों का अच्छा फायदा उठाया। स्पिन गेंदबाजों के लिए मददगार पिच पर हमारे तेज गेंदबाजों ने भी शानदार गेंदबाजी की। जडेजा के टीम में होने का हमें फायदा मिला। उनके टीम में होने का मतलब है कि हमारे पास पांच विशेषज्ञ गेंदबाज हैं। दूसरी पारी में भुवनेश्वर की शानदार गेंदबाजी ने हमें मैच जीतने में काफी मदद की। (एजेंसी)
First Published: Monday, March 18, 2013, 16:39