Last Updated: Sunday, August 19, 2012, 10:09

कोलकाता : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को इस बात पर आश्चर्य जताया है कि वीवीएस लक्ष्मण ने प्रेस कांफ्रेस में कहा कि उसकी टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से बात नहीं हो सकी। गांगुली ने कहा, ‘कप्तान को टीम के खिलाड़ियों के लिए 24 घंटे उपलब्ध होने चाहिए। पता नहीं धोनी ने ऐसा क्यों किया। मुझे लगता है कि लक्ष्मण को अगर धोनी का समर्थन मिल जाता तो स्थिति कुछ और हो सकती थी। गांगुली ने कहा कि वीवीएस लक्ष्मण ने तुरंत प्रभाव से संन्यास लेने का फैसला लेकर टीम के चयनकर्ताओं को कड़ा संदेश दिया है।
गांगुली ने कहा, ‘श्रीकांत की बड़ी समस्या संवाद स्थापित नहीं कर पाना है। लक्ष्मण जैसे खिलाड़ी केवल दो टेस्ट मैचों के लिए खुद को फिट रखने के लिए इतनी मेहनत नहीं करता। अगर चयनकर्ता अपना मत लक्ष्मण को पहले ही बता देते तो यह स्थिति पैदा नहीं होती। उन्होंने यह मामला अगस्त तक क्यों खींचा। शायद चयनकर्ताओं के विचार ने लक्ष्मण को ज्यादा निराश किया होगा।’
गांगुली का मानना है कि श्रीकांत की चयन नीति भारतीय क्रिकेट के विकास के लिए हानिकारक है। उन्होंने कहा, ‘ये (चयनकर्ता) भारतीय क्रिकेट के भविष्य को ध्यान में रख कर टीम का चयन नहीं करते बल्कि कुछ घटा या बढ़ाकर संतुलन बनाने का प्रयास करते हैं।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, August 19, 2012, 10:09