Last Updated: Wednesday, January 11, 2012, 07:54
पर्थ : भारत और ऑस्ट्रेलिया शुक्रवार से यहां जब तीसरे टेस्ट में आमने-सामने होंगे तो वाका की हरी भरी पिच पर मेजबान तेज गेंदबाजी के सामने भारतीय बल्लेबाजों को हर हालत में आक्रामक तेवर अख्तियार करने होंगे।
चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 0-2 से पिछड़ी भारतीय टीम को ऑफ स्टम्प से बाहर जाती गेंदों से बचना होगा। माइकल क्लार्क से लेकर जेम्स पेटिनसन तक और पीटर सिडल से माइक हस्सी तक सभी ने बार-बार कहा है कि मैडन ओवर फेंककर भारतीय बल्लेबाजी को दबाव में लाया जा सकता है जिससे विकेट मिलते हैं।
विकेट कीपर ब्राड हैडिन ने तो यहां तक कह डाला कि सचिन तेंदुलकर बल्ले पर गेंद के आने का इंतजार करते हैं ताकि वह लय हासिल कर सके। यदि उन्हें बाहर की ओर गेंद फेंकी जाए तो उनपर दबाव बनाया जा सकता है जैसा कि पिछले दो टेस्ट में देखा गया। भारतीयों को अब आक्रामकता दिखानी होगी।
पिछली दो पीढ़ियों में तेज गेंदबाजी के खिलाफ भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज रहे मोहिंदर अमरनाथ ने भी इसका समर्थन किया है जो अब राष्ट्रीय चयनकर्ता हैं। दो टेस्ट के बाद भारत लौटने से पहले अमरनाथ ने कहा था कि अच्छे तेज आक्रमण पर भी दबाव बनाया जा सकता है लेकिन इसके लिए आक्रामक होना होगा।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 11, 2012, 13:24