Last Updated: Friday, January 6, 2012, 09:27
सिडनी: पिछले 44 साल में यह पहला अवसर है जबकि भारतीय क्रिकेट टीम को विदेशी सरजमी पर लगातार छह मैच मे हार का सामना करना पड़ा। भारत शुक्रवार को आस्ट्रेलिया से दूसरे मैच में पारी और 68 रन से हार गया था जो उसकी विदेशी धरती पर लगातार छठवीं हार है। महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई टीम ने इससे पहले इंग्लैंड दौरे में चारों मैच में पराजय झेली थी जबकि आस्ट्रेलिया से वह मेलबर्न में पहला टेस्ट मैच भी गंवा बैठी थी।
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में यह केवल तीसरा अवसर है जबकि टीम ने विदेशी सरजमीं पर लगातार छह मैच गंवाये। भारत सबसे पहले जनवरी 1948 से जून 1952 तक विदेशी धरती पर लगातार छह मैच में हार गया था। यह कह सकते हैं कि धोनी की टीम अब उस समय की ही पुनरावृत्ति कर रही है क्योंकि तब भारत को तीन मैच में आस्ट्रेलिया और इतने ही मैच में इंग्लैंड ने अपनी सरजमीं पर हराया था।
इसके बाद भारत को जून 1959 से जनवरी 1968 तक विदेशी सरजमीं पर लगातार 17 मैच में हार का सामना करना पड़ा था। इनमें से आठ मैच उसने इंग्लैंड में, पांच मैच वेस्टइंडीज में और चार मैच आस्ट्रेलिया में गंवाये थे। भारत की यह कुल मिलाकर 460 टेस्ट मैच में 145वीं और विदेशी सरजमीं पर 96वीं हार है। आस्ट्रेलिया से वह 36वीं बार जबकि आस्ट्रलियाई सरजमीं पर 24वीं बार हारा।
धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम की यह नौवीं हार है। इस तरह से धोनी ने सचिन तेंदुलकर की बराबरी की। कप्तान के रूप में उनसे अधिक हार अब मंसूर अली खां पटौदी (19 ), मोहम्मद अजहरूद्दीन (14 ), सौरव गांगुली (13 ) और बिशन सिंह बेदी( 11) के नाम पर दर्ज हैं।
(एजेंसी)
First Published: Friday, January 6, 2012, 14:58