Last Updated: Sunday, July 21, 2013, 17:22

नई दिल्ली : सचिन तेंदुलकर सर्वश्रेष्ठ हैं या ब्रायन लारा। यह चर्चा पिछले दो दशकों से क्रिकेट जगत में समय समय पर उठती रही है और कई दिग्गजों ने इस पर अलग अलग राय दी है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने यह कहकर कि ‘लारा ने अपनी टीम के लिए सचिन से अधिक मैच जीते हैं, इस चर्चा को फिर से नया रूप दे दिया। वैसे पोंटिंग ने 2003 में तेंदुलकर को लारा, मैथ्यू हेडन और स्टीव वा से ऊपर आंका था।
पोंटिंग ने उस समय कहा था, मेरी हमेशा से यह राय रही है कि मैं जिन बल्लेबाजों के साथ या खिलाफ खेला उनमें वह (तेंदुलकर) सर्वश्रेष्ठ है। यदि हम पुराने मैचों पर गौर करें तो असल में उन्होंने कई अवसरों पर अकेले दम पर हमारे खिलाफ मैच जीते। तेंदुलकर और लारा दोनों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन इस देश के अधिकतर क्रिकेटरों की नजर में भारतीय बल्लेबाज बेहतर है। वर्ष 2000 में ऑस्ट्रेलिया में 145 प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों पर किये गये सर्वे में 68 प्रतिशत ने तेंदुलकर को सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज करार दिया था। स्टीव वा को तब 27 प्रतिशत और लारा को केवल तीन प्रतिशत मत मिले थे। स्वयं लारा शुरू से ही तेंदुलकर के बड़े प्रशंसक रहे हैं और उन्होंने समय समय पर इस भारतीय बल्लेबाज की तारीफ की। जब वह खेलते थे तब उन्होंने एक बार कहा था, सचिन जीनियस है। मैं तो साधारण व्यक्ति हूं। मुझे अपने प्रदर्शन में निरंतरता लाने की जरूरत है। मैं सचिन तेंदुलकर या फिर उनके जैसा बनना चाहूंगा।
ऑस्ट्रेलिया के ही एक अन्य तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा जब खेला करते थे तब उनसे भी लारा और सचिन में सर्वश्रेष्ठ कौन का सवाल पूछा गया था। इसके जवाब में मैकग्रा ने कहा था, मेरे लिये, वह तेंदुलकर है। दोनों ही बेहतरीन बल्लेबाज हैं लेकिन मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि मुझे तेंदुलकर की तुलना में लारा के खिलाफ अधिक सफलता मिली है। उसका रक्षण तेंदुलकर की तरह मजबूत नहीं है। दुनिया में सर्वश्रेष्ठ की चर्चा में मैं तेंदुलकर का नाम लूंगा। मैकग्रा के साथ कई अवसरों पर नयी गेंद संभालने वाले जैसन गिलेस्पी ने भी तेंदुलकर को बेहतर आंका था। उन्होंने एक बार कहा था, मेरे विचार में वह तेंदुलकर हैं जो इन दोनों में उपर हैं। वह लारा की तुलना में मानसिक रूप से अधिक मजबूत है और उनकी तकनीक भी बेहतर है। मेरे विचार से लारा की तुलना में तेंदुलकर के प्रदर्शन में अधिक निरंतरता है।
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वकार यूनिस ने तेंदुलकर को मानसिक रूप से अधिक मजबूत बताया था। उन्होंने 1989 में तेंदुलकर की पहली श्रृंखला को याद करते हुए कहा था, मैं कभी नहीं भूल सकता कि 16 साल के तेंदुलकर ने मेरा तेज बाउंसर नाक पर लगने के बावजूद बल्लेबाजी की। मैं समझता हूं कि लारा की तुलना में तेंदुलकर मानसिक रूप में अधिक मजबूत है।
पाकिस्तान के ही पूर्व कप्तान वसीम अकरम, श्रीलंका के स्टार गेंदबाज मुथया मुरलीधरन और दक्षिण अफ्रीका के बैरी रिचर्डस की नजर में लारा इन दोनों में उपर हैं। अकरम नेवसीम अकरम कहा था, यदि आप मुझसे पूछोगे कि मैंने जिन बल्लेबाजों को गेंदबाजी की उनमें सर्वश्रेष्ठ कौन है तो वह तेंदुलकर या लारा नहीं बल्कि मार्टिन क्रो है। वह शानदार बल्लेबाज था। जहां तक तेंदुलकर और लारा का सवाल है तो मैं इन दोनों को अपनी टीम में रखना चाहूंगा। आखिर कौन ऐसा नहीं चाहेगा।
मुरलीधरन ने कहा था, मैंने लारा की तुलना में तेंदुलकर के खिलाफ अधिक क्रिकेट खेली है। इन दोनों को गेंदबाजी करना मुश्किल है लेकिन मेरा मानना है कि तेंदुलकर की तुलना में लारा ने मेरी गेंदों का सामना अच्छी तरह से किया। मुझे लारा अधिक मजबूत लगे। अपने जमाने के दिग्गज सलामी बल्लेबाज बैरी रिचर्डस ने भी इन दोनों के बीच तुलना के सवाल पर कहा था, सचिन की तुलना में लारा बेहतर बल्लेबाज है क्योंकि जब भी वह ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला तो उसने बड़े स्कोर बनाये और आंकड़े भी इसका समर्थन करते हैं।
पाकिस्तान के पूर्व ऑफ स्पिनर सकलैन मुश्ताक का मानना था कि तेंदुलकर का विकेट लेना आसान नहीं है। उन्होंने कहा था, दोनों के अपने खास गुण है लेकिन मैं समझता हूं कि तेंदुलकर उतने मौके नहीं देता जितने लारा देता है। सचिन अपना विकेट आसानी से नहीं गंवाता। तेंदुलकर और लारा की तुलना करना बेहद मुश्किल है। सकलैन की तरह वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज रोहन कन्हाई ने भी कहा था कि इन दोनों की तुलना नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा था, मुझे उसे (तेंदुलकर) खेलते हुए देखने में मजा आता है और वह शानदार खिलाड़ी है। लेकिन हमारे पास भी लारा जैसा शानदार खिलाड़ी है। मैं उससे भी प्रेरित हूं। इन दोनों खिलाड़ियों में अभी आप तुलना नहीं कर सकते। (एजेंसी)
First Published: Sunday, July 21, 2013, 14:56