Last Updated: Monday, July 15, 2013, 14:33

नई दिल्ली : सुपरस्टार शाहरूख खान की तरह ‘सिक्स पैक’ रखने वाले भारतीय हाकी कप्तान सरदार सिंह की महिला प्रशंसकों की तादाद बहुत लंबी है लेकिन फिलहाल अगले दो साल उनका शादी का कोई इरादा नहीं है ।
सोमवार को अपना 27वां जन्मदिन मना रहे सरदार ने बेंगलूर से कहा ,‘ अभी अगले दो तीन साल शादी के बारे में सोचना भी नहीं है । अभी बहुत हाकी खेलनी है । पहले देश के लिये कोई पदक तो जीत लें ।’ फिटनेस पर काफी मेहनत करने वाले सरदार ने भी शाहरूख खान की तरह ‘सिक्स पैक्स’ बना रखे हैं और इसे बरकरार रखने के लिये डाइट का खास ख्याल रखते हैं ।
सरदार ने कहा ,‘ मैने फिटनेस पर बहुत मेहनत की है और वजन भी कम किया । पिछले एक महीने में सिक्स पैक्स दोबारा बनाये हैं । इसके लिये डाइट पर खूब नियंत्रण रखना पड़ता है ।’ हरियाणा पुलिस के इस डीएसपी ने अपने करीब दस साल के अंतरराष्ट्रीय कैरियर (जूनियर और सीनियर) के बारे में पूछने पर कहा कि उन्हें शुरूआती दौर में काफी संघर्ष करना पड़ा था ।
दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में शुमार और पिछले साल एफआईएच सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के पुरस्कार के लिये नामांकित किये गए सरदार ने कहा ,‘ मुझे याद है 2004 में मुझे जूनियर टीम के साथ पोलैंड जाना था । दिल्ली आने के बाद मुझे पता चला कि टीम से मेरा नाम ही कट गया है । मैं निराश हुआ लेकिन मैने ठान ली कि हाकी में बड़ा नाम बनाना है । इसके बाद मैने बहुत मेहनत की ।’
सरदार ने कहा कि वह ओलंपिक से बाहर होने जैसी त्रासदी भारतीय हाकी में दोबारा नहीं देखना चाहते । आठ बार की चैम्पियन भारतीय हाकी टीम 80 साल में पहली बार बीजिंग ओलंपिक ( 2008) में जगह नहीं बना सकी थी । अगले महीने होने वाले एशिया कप के लिये कल से शुरू हो रहे अभ्यास शिविर के बारे में पूछने पर सरदार ने कहा कि कम समय में कड़ा अभ्यास करना है और ऐसे में हाई परफार्मेंस मैनेजर रोलेंट ओल्टमेंस का अनुभव काफी काम आयेगा ।
भारतीय टीम को अगले साल हालैंड में होने वाले विश्व कप में जगह बनाने के लिये हर हालत में एशिया कप जीतना है।
उन्होंने कहा ,‘ इस सत्र का यह आखिरी टूर्नामेंट है । इसके बाद अगले साल फरवरी तक ब्रेक है । हमें यकीन है कि हम इसे जीतकर विश्व कप में जगह बनायेंगे ।’ भारतीय कप्तान ने आगे कहा ,‘ हमें सबसे बड़ा फायदा यह है कि रोलेंट पिछले कई टूर्नामेंटों से टीम के साथ हैं लिहाजा उन्हें खिलाड़ियों की कमजोरियों और ताकतों के बारे में पता है । उन्होंने कहा है कि कम समय में हमें कड़ा अभ्यास करना होगा ।’ खिलाड़ियों के मानसिक रूप से कमजोर होने की बात पर उन्होंने कहा ,‘ हमने हाकी इंडिया से अनुरोध किया था और उम्मीद है कि शिविर में कुछ सत्र मनोवैज्ञानिकों के भी होंगे।’ (एजेंसी)
First Published: Monday, July 15, 2013, 14:33