Last Updated: Friday, December 30, 2011, 07:02
मेलबर्न : पहले टेस्ट की दोनों पारियों में सचिन तेंदुलकर का विकेट लेने वाले ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज पीटर सिडल ने उम्मीद जताई है कि वह आगे भी इस चैम्पियन बल्लेबाज का विकेट लेते रहेंगे। सिडल ने कहा, ‘सचिन का विकेट बहुत बड़ा है और उन्हें आउट करके अच्छा लगता है। अभी काफी क्रिकेट खेलना है और मुझे उम्मीद है कि मैं उनका विकेट फिर ले सकूंगा और हम जीतते रहेंगे।’
तेंदुलकर दोनों पारियों में अच्छे फार्म में दिखे और 73 तथा 32 रन बनाए। सिडल ने ही उन्हें दोनों बार आउट किया। ऑस्ट्रेलिया ने यह टेस्ट 122 रन से जीतकर चार मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बना ली। सिडल ने कहा, ‘इसका कोई बड़ा राज या रणनीति नहीं है। दोनों बार वह अलग तरीके से आउट हुए। पहली पारी में वह बोल्ड हुए और दूसरी में कैच आउट। कुछ अच्छी गेंद डालकर उन पर दबाव बनाया जा सकता है।’ मैच में छह विकेट लेने वाले इस 27 वर्षीय तेज गेंदबाज ने पहली पारी में 41 रन भी बनाये थे। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि तेंदुलकर के सामने उन्होंने अतिरिक्त प्रयास किए। उन्होंने कहा, ‘वह एक बल्लेबाज ही है। चाहे सलामी बल्लेबाज हो या 11वें नंबर के, विकेट लेना हमेशा अच्छा लगता है। इस बार मुझे मिला तो अगली बार पेटिनसन या लियोन को मिल सकता है।’
सिडल का पहला अंतरराष्ट्रीय विकेट भी तेंदुलकर थे जो उन्होंने 2008 में लिया था। वह तेंदुलकर का विकेट तीन बार ले चुके हैं। सिडल ने कहा कि उन्हें दूसरे दिन की वह गेंद याद है जब तेंदुलकर ने उन्हें पहली ही गेंद पर छक्का जड़ा था। उन्होंने कहा, ‘वह अच्छा स्ट्रोक था और इसमें गेंदबाज कुछ नहीं कर सकता। हो सकता है कि वह किसी दिन ऐसे शाट पर विकेटकीपर को कैच दे बैठे या फिर छक्का लग जाये।’ टेस्ट क्रिकेट में सौ विकेट पूरे करने के लिये सिडल को तीन विकेटों की जरूरत है। उन्होंने 28 टेस्ट में 30.78 की औसत से 97 विकेट लिये हैं जिनमें चार बार एक पारी के पांच विकेट चटकाये हैं। पेटिनसन ने पिछले कुछ अर्से में आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की सफलता का श्रेय रणनीति पर अमल को दिया। उन्होंने कहा, ‘हम कुछ शार्ट गेंद फेंककर दबाव बनाते हैं और बल्लेबाजों को फुटवर्क की छूट नहीं देते । इसका फायदा होता है लेकिन नुकसान भी हो सकता है । हमें गेंदबाजी ईकाई के रूप में मिलकर खेलते हुए दबाव बनाना जारी रखना है।’
सिडल और पेटिनसन ने काफी आक्रामकता दिखाई लेकिन उन्होंने कहा कि टीम को पता है कि कहां सीमारेखा तय करनी है। उन्होंने कहा, ‘हम मैदान पर आक्रामक होते हैं। डेविड नोबाल पर बोल्ड हो गए तो मुझे गुस्सा आया लेकिन हमें अपनी मर्यादा पता है।’
(एजेंसी)
First Published: Friday, December 30, 2011, 12:32