Last Updated: Tuesday, September 4, 2012, 23:58

नई दिल्ली : क्रिकेटर उन्मुक्त चंद पिछले दिनों की कड़वाहट को भुलाकर मंगलवार को सेंट स्टीफन्स कॉलेज गए जहां उनके साथियों और शिक्षकों ने उनका जोरदार स्वागत किया और बाकायदा उन्हें सम्मानित किया।
भारत की अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम के कप्तान उन्मुक्त पर कम उपस्थिति के कारण पहले कॉलेज में एक साल गंवाने का खतरा मंडरा रहा था लेकिन बाद में उन्हें दूसरे साल में प्रोन्नत कर दिया गया। इस मामले को मीडिया ने काफी तवज्जो दी थी।
उन्मुक्त को कॉलेज ने उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए सम्मानित किया। इस 19 वर्षीय क्रिकेटर के नाबाद शतक की मदद से भारत ने फाइनल में आस्ट्रेलिया को हराकर जूनियर विश्व कप जीता है।
उन्मुक्त को प्रिंसिपल वाल्सन थम्पू, वाइस प्रिंसिपल क्लेमेंट राजकुमार और अन्य शिक्षकों की उपस्थिति में कॉलेज की पारंपरिक टाई और स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। इस तरह से उन्मुक्त की कॉलेज में वापसी सुखद रही। उनको परीक्षा देने से रोकने को लेकर काफी बड़ा बवाल पैदा हो गया था तथा मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल और खेल मंत्री अजय माकन को भी हस्तक्षेप करना पड़ा था।
सेंट स्टीफन्स कॉलेज के शारीरिक शिक्षा निदेशक सुशांत चक्रवर्ती ने कहा, उन्मुक्त ने कल प्रिसिंपल से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की थी और वह आज फिर समारोह के लिए कॉलेज आए थे। उन्होंने एडमिशन ले लिया है और अब वह कॉलेज आ सकते हैं।
उन्मुक्त इससे काफी खुश दिख रहे थे। उन्होंने कॉलेज का आभार व्यक्त किया। इस युवा क्रिकेटर ने कहा, आत्मविश्वास, टीम के साथियों के बीच प्रभावशाली संवाद और नियंत्रित आक्रामकता मनोबल बढ़ाने वाले तीन ऐसे कारक रहे जिनसे मैं और मेरी टीम के साथी आस्ट्रेलिया रवाना होने से पहले सक्रिय और प्रेरित थे। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, September 4, 2012, 23:58