Last Updated: Sunday, January 27, 2013, 20:42

धर्मशाला : कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने रविवार को कहा कि अगर भारतीय टीम ने अधिक गंभीरता से बल्लेबाजी की होती तो मेजबान टीम यहां पांचवें और अंतिम वनडे को अपने नाम कर श्रृंखला बड़े अंतर से जीत सकती थी।
बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद भारतीय टीम 226 रन पर सिमट गयी और धोनी ने कहा कि टीम लक्ष्य में 30.35 रन से कम रह गयी।
धोनी ने मैच के बाद कहा, ‘‘वनडे श्रृंखला भी टेस्ट श्रृंखला की तरह ही कठिन थी। हमें इस मैच को जीतना चाहिए था, शायद हमें और गंभीरता से बल्लेबाजी करनी चाहिए थी। हमें 30.35 रन और बनाने चाहिए थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन यह एक युवा टीम है और यह समय के साथ सीखेगी।’’ हालांकि उन्होंने इस श्रृंखला में गेंदबाजों के प्रदर्शन की सराहना की लेकिन कहा कि अंतिम ओवरों की गेंदबाजी भारत के लिये अब भी चिंता का विषय बनी हुई है।
धोनी ने कहा, ‘‘शुक्र है कि तीन मैच में हमें इन अंतिम ओवरों में गेंदबाजी नहीं करनी पड़ी, लेकिन यह चिंता का विषय रहेगा। ’’
धोनी ने कहा, ‘‘आज गेंदबाजों को कुछ मदद मिली, शायद उन्होंने कुछ शार्ट पिच गेंद ज्यादा फेंकी। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘गेंदबाजों ने इस श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन किया है क्योंकि हालात ने भी उनकी मदद की। इशांत की गेंदबाजी सकारात्मक थी, अगर आप स्पैल की गेंदबाजी देखो तो उसने पूरी श्रृंखला में सचमुच अच्छी गेंदबाजी की।’’
धोनी ने कहा, ‘‘क्षेत्ररक्षण बड़ी सकारात्मक रही। रविंद्र जडेजा की फार्म ने किसी हद तक आल राउंडर की समस्या निपटा दी।’’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 27, 2013, 20:42