Last Updated: Sunday, October 30, 2011, 05:48
कोलकाता: भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इंग्लैंड के हाथों एकमात्र ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में मिली छह विकेट की शिकस्त के लिये अपने बल्लेबाजों के साधारण प्रदर्शन को जिम्मेदार ठहराया।
टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम मध्य ओवरों में अच्छी साझेदारी नहीं बना सकी और इंग्लैंड ने बीती रात आठ गेंद रहते 121 रन के लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया। धोनी ने कहा कि आठ बल्लेबाजों के खेलने के बावजूद वे अच्छा स्कोर नहीं बना पाये।
उन्होंने कहा, ‘हमारा स्कोर कम था । हम आठ बल्लेबाजों के साथ खेल रहे थे । हम जानते थे कि विकेट धीमा होगा । बल्लेबाजों के लिये अंत तक खेलते रहना महत्वपूर्ण था । हम अच्छी शुरूआत नहीं कर सके। ’
धोनी ने मैच के बाद हुई कांफ्रेस में कहा, ‘अगर आप दोनों टीमों की तुलना करो तो सबसे बड़ा अंतर चार विकेट और आठ विकेट गिरने का था । इसलिये हमने मैच गंवा दिया। ’ ईडन गार्डन्स की पिच के बारे में पूछने पर, जिसे उन्होंने वनडे के लिये ‘खराब’ कहा था, उन्होंने कहा कि यह ठीक थी।
धोनी ने कहा, ‘यह ऐसा विकेट नहीं था कि आप इस पर 160-170 रन बना सको। लेकिन इस पिच पर 130- 135 रन का स्कोर अच्छा होता। लेकिन केविन पीटरसन ने अच्छी बल्लेबाजी की और उन्होंने मैच के लिये अच्छी रणनीति बनायी । ’ उन्होंने कहा, ‘विकेट धीमा था । जैसे जैसे मैच आगे बढ़ा, इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ । यह वनडे की तुलना में थोड़ा धीमा था, लेकिन यह ठीक था । मैं इसे खराब विकेट नहीं कहूंगा । ’
धोनी से जब पूछा गया कि क्या अब टीम के लिये आस्ट्रेलियाई दौरा महत्वपूर्ण होगा, उन्होंने कहा, ‘ अभी से आस्ट्रेलियाई श्रृंखला में सोचने का कोई मतलब नहीं बनता है। अभी महत्वपूर्ण अगले कुछ दिन विश्राम करना और दिल्ली जाकर वेस्टइंडीज से पहला टेस्ट मैच खेलना है। जहां तक इंग्लैंड श्रृंखला का सवाल है तो यह युवाओं विशेषकर गेंदबाजों के लिये अच्छी श्रृंखला रही।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, October 30, 2011, 11:19