Last Updated: Wednesday, March 6, 2013, 19:07

मेलबर्न : आस्ट्रेलियाई मीडिया ने भारत के खिलाफ हैदराबाद में दूसरे टेस्ट मैच में लचर प्रदर्शन करने वाली अपनी क्रिकेट टीम को आज आड़े हाथों लिया और अपने खिलाड़ियों को ‘कमजोर योद्धा’ करार देते हुए कहा कि उनमें जुझारूपन और जीत का जज्बा नहीं है। मीडिया ने कप्तान माइकल क्लार्क के प्रति नरमी बरती है लेकिन उन्हें कड़े फैसले लेने की सलाह दी गयी है क्योंकि ‘‘अपने साथी खिलाड़ियों के पापों की सजा उन्हें भी भुगतनी पड़ेगी। ’’ ‘आस्ट्रेलियन’ ने अपना शीर्षक दिया है, ‘‘हैदराबाद में कल हत्या हुई या आत्महत्या। ’’
अखबार ने लिखा है, ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह एकतरह का आपराधिक दृश्य था जिसका कोई भी आस्ट्रेलियाई क्रिकेट प्रशंसक गवाह नहीं बनना चाहेगा। कल की सबसे दुखी करने वाली बात यह रही कि आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को नतमस्तक नहीं कराया गया बल्कि उन्होंने आत्मसमर्पण किया। ’’
समाचार पत्र ने लिखा है कि क्लार्क को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज भारतीय टीम से मुकाबला करने की स्थिति में नहीं दिख रहा है। अखबार के अनुसार, ‘‘कप्तान ने आस्ट्रेलिया की तरफ से दो सर्वोच्च स्कोर (130 और 91 रन) बनाये हैं और दोनों पहली पारी में बनाये जबकि रनों की सख्त जरूरत होती है। दुर्भाग्य से उनके कमजोर योद्धाओं के पास अपने कप्तान के साथ आगे बढ़ने की ताकत नहीं है। कुछ ने उनका साथ कुछ किलोमीटर तक दिया लेकिन किसी ने भी लंबी दूरी तय नहीं की। उनके अलावा कोई भी अन्य साझेदारी निभाने के लिये प्रतिबद्ध नहीं लगता है। ’’
एक अन्य समाचार पत्र ‘हेरल्ड सन’ ने लिखा है, ‘‘यह आस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिये काला दिन था। हैदराबाद का ‘हॉरर शो’ चौथे दिन लंच तक समाप्त हो गया।’’ इसमें लिखा गया है कि राजीव गांधी स्टेडियम कल ‘क्रिकेटिया कसाईखाना’ में बदल गया था। आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज भूलभुलैया में फंसे हुए लग रहे थे और इसके बाद उन्होंने 237 मिनट में घुटने टेक दिये। ’’ ‘संडे मार्निंग हेरल्ड’ ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि अब समय आ गया है जबकि क्लार्क को कड़े फैसले लेने चाहिए। अखबार के अनुसार, ‘‘भारत में लगातार दो मैच गंवाने के बाद अब समय आ गया है जबकि क्लार्क को कड़े फैसले लेने चाहिए।’’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 6, 2013, 12:45