Last Updated: Tuesday, February 12, 2013, 21:11

नई दिल्ली : ओलम्पिक खेलों से कुश्ती खेल को हटाए जाने के अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) के फैसले से भारतीय कुश्ती जगत ने हैरानी और आश्चर्य व्यक्त किया है जबकि लंदन ओलम्पिक खेलों में भारतीय पदक विजेता पहलवानों को आशंका है कि इस फैसले से देश में कुश्ती को लेकर जो नया उत्साह पैदा हुआ था वह समाप्त हो जाएगा।
लंदन ओलम्पिक खेलों के रजत पदक विजेता सुशील कुमार ने कहा,‘मुझे यकीन नहीं हो रहा है इस तरह का फैसला किया गया है। मैं ऐसा कोई कारण नहीं देखता जिससे 2020 ओलम्पिक खेलों से कुश्ती खेल को हटाया जाए।’
लगातार दो ओलम्पिक खेलों में ओलम्पिक पदक जीत कर भारतीय कुश्ती में इतिहास बनाने वाले सुशील ने कहा,‘मुझे लगता है कि अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति को अपने आगामी कार्यक्रम से इस खेल को हटाना काफी कठिन होगा क्योंकि इस खेल को पूरी दुनिया में देखा और खेला जाता है।’
यह पूछने पर कि क्या इस साल के आखिर में होने वाली आईओसी की बैठक में कुश्ती को ओलम्पिक खेलों में बरकरार रखा जाएगा। सुशील ने कहा,‘मुझे पूरा यकीन है कि कुश्ती ओलम्पिक खेलों का हिस्सा बनी रहेगी।’
लंदन ओलम्पिक में पदक जीतने वाले भारत के दूसरे पहलवान योगेश्वर दत्त ने कहा कि यह फैसला युवा पहलवानों के लिये बहुत बड़ा झटका होगा।
उन्होंने कहा कि उन युवा पहलवानों का क्या होगा जो भविष्य के ओलम्पिक खेलों के ध्यान में रख कर तैयारी कर रहे हैं।
सुशील और योगेश्वर दत्त के गुरू द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित महाबली सतपाल ने इस फैसले से हजारों युवा पहलवानों के लिये झटका बताते हुए सरकार और खेल मंत्री से निवेदन किया कि वे कुश्ती खेल को ओलम्पिक खेलों में बरकरार रखने के लिये कदम उठाये।
इस फैसले को दुभाग्यपूर्ण बताते हुए सतपाल ने कहा, ‘जो युवा पहलवान 2020 ओलम्पिक खेलों को ध्यान में रख कर तैयारी कर रहे है उनका सपना टूट जाएगा। मैं भविष्य के ओलम्पिक खेलों में 12 से 14 पदक जीतने के लक्ष्य को लेकर तैयारियां करवा रहा हूं।’
सतपाल ने कहा,‘ मै उम्मीद करता हूं कि आईओसी अपने इस फैसले पर फिर से विचार करेगा।’
अंतरराष्ट्रीय कुश्ती महासंघ द्वारा 2012 का सर्वश्रेट कोच का पुरस्कार पाने वाले यशवीर सिंह ने कहा कि वे फीला के अपील करेंगे कि कुश्ती को ओलम्पिक खेलों में शामिल करवाने के लिये कदम उठाए।
उन्होंने कहा कि यह फैसला भारत और कुश्ती के लिये बहुत बड़ा नुकसान है। लंदन ओलम्पिक खेलों में छह में दो पदक कुश्ती से आने के कारण युवा पहलवानों को हौसला बहुत बढ गया था लेकिन इस फैसले से यह जोश ठंडा हो जाएगा। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 12, 2013, 21:11