Last Updated: Wednesday, March 28, 2012, 13:40
नई दिल्ली : ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने आखिरकार युवराज सिंह की जगह सहारा पुणे वारियर्स के साथ करार कर लिया। क्लार्क पिछले चार सत्र में इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने से बच रहे थे, लेकिन अंतत: उन्होंने इस ट्वेंटी-20 प्रतियोगिता का हिस्सा बनने पर सहमति जता दी है। इस सत्र में क्लार्क किसी भी फ्रेंचाइजी से जुड़ने वाले शीर्ष विदेशी खिलाड़ी हैं।
उनके टीम में शामिल होने का मतलब है कि फ्रेंचाइजी को कप्तान के रूप में एक विकल्प मिल जायेगा क्योंकि उनके इस सत्र के कप्तान सौरव गांगुली 40 साल के हो जायेंगे। क्लार्क सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय कप्तानों में से एक हैं और वह निश्चित रूप से फ्रेंचाइजी के लंबे समय तक के लिये कप्तान हो सकते हैं क्योंकि यह पूर्व भारतीय कप्तान गांगुली का आईपीएल में अंतिम सत्र हो सकता है।
दिलचस्प बात यह है कि क्लार्क ने भारत में अपना टेस्ट आगाज किया था और चिन्नास्वामी स्टेडियम में मैच के दौरान शानदार 151 रन की पारी खेली थी। सहारा एडवेंचर स्पोर्ट्स के प्रबंध निदेशक सुशांतो राय ने विज्ञप्ति में कहा, हम माइकल क्लार्क को टीम में शामिल कर काफी रोमांचित हैं।
सुशांतो राय ने कहा, मौजूदा ऑस्ट्रेलियाई कप्तान दुनिया के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में से एक है। उनके टीम में शामिल होने से पुणे वारियर्स इंडिया के पास डीएलएफ आईपीएल 2012 में जीत दर्ज करने का अच्छा मौका होगा।
उन्होंने कहा, क्लार्क ने भारत के खिलाफ हालिया टेस्ट श्रृंखला में बतौर बल्लेबाज और कप्तान काफी अच्छा प्रदर्शन किया था। उन्होंने कहा, वह भारत में काफी लोकप्रिय क्रिकेटर है और क्रिकेट के प्रशंसक डीएलएफ आईपीएल 2012 में उन्हं खेलते हुए देखने के लिये बेताब हैं । (एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 28, 2012, 20:14