अपने अवचेतन मन में सहेजिए अपना पासवर्ड

अपने अवचेतन मन में सहेजिए अपना पासवर्ड

अपने अवचेतन मन में सहेजिए अपना पासवर्डलंदन: सोचिए एक ऐसा पासवर्ड जिसे याद रखने की जरूरत आपको भी नहीं हो ? हैरान न होइए जनाब, दरअसल स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने एक ऐसी प्रणाली विकसित की है जिसमें पासवर्ड आपके दिमाग के ऐसे हिस्से में चला जाता है जहां भौतिक तौर पर आपकी पहुंच नहीं होती लेकिन सही समय पर काम आने के लिए यह आपके अवचेतन मस्तिष्क में मौजूद रहता है ।

एक्सट्रीम टेक वेबसाइट के हवाले से डेली मेल ने बताया कि ज्यादातर इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को पासवर्ड खोने या आसान होने पर हैकरों के निशाने पर आने का भय रहता है ।

इस नई प्रणाली में उपयोगकर्ता यह जाने बिना नया पासवर्ड अपने दिमाग में सहेज लेता है कि वह वास्तव में इसे सीख रहा है ।

एक विशेष कम्प्यूटर गेम के माध्यम से 45 मिनट के एक प्रशिक्षण सत्र में उपयोगकर्ता 30 अक्षरों का पासवर्ड सीखता है। इसमें छह बटन - एस, डी, एफ, जे, के, एल का इस्तेमाल होता है । (एजेंसी)

First Published: Tuesday, July 24, 2012, 09:04

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