Last Updated: Tuesday, November 22, 2011, 13:13
नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने मंगलवार को बताया कि देश के कृषि वैज्ञानिक इस तरह की फसलों की प्रजातियों को विकसित कर रहे हैं जो उच्च तापमान और ग्लोबल वार्मिेंग के अन्य प्रतिकूल प्रभावों का सामना कर सकेंगी। कृषि, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग तथा संसदीय कार्य राज्यमंत्री हरीश रावत ने आज लोकसभा में पूनम प्रभाकर और सुरेश कुमार शेतकर के प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
रावत ने कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और राज्य कृषि विश्वविद्यालय इस तरह की प्रजातियों के विकास कार्यक्रम पर काम कर रहे हैं जो उच्च तापमान व अन्य प्रभावों का प्रतिरोध कर सकेंगी। उन्होंने सूखा, खारापन, जलमग्नता और उच्च तापमान की स्थिति का मुकाबला करने वाली गेहूं, चावल, कपास, मटर, गन्ना आदि फसलों की किस्मों के बारे में भी बताया।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 22, 2011, 19:01