अमेरिका के दो वैज्ञानिकों को रसायन का नोबेल पुरस्कार

अमेरिका के दो वैज्ञानिकों को रसायन का नोबेल पुरस्कार

स्टॉकहोम : अमेरिका के दो वैज्ञानिकों ने रसायन विज्ञान के क्षेत्र में योगदान के लिए वर्ष 2012 का नोबेल पुरस्कार अपने नाम किया है। हरॉबर्ट लेफ्कोविट्ज और ब्रियान कोबिल्का को यह पुरस्कार उन प्रोटीनों के अध्ययन के लिए दिया गया है जो कोशिकाओं को बाहरी संकेतों के प्रति प्रतिक्रिया में सक्षम बनाते हैं। रॉयल स्वीडिश एकाडमी ऑफ साइंसेज ने कहा कि दोनों अनुसंधानकर्ताओं ने ‘जी प्रोटीन कपल्ड रिसेप्टर्स’ के रूप में जाने जाने वाले रिसेप्टरों के एक महत्वपूर्ण वर्ग के संबंध में अभूतपूर्व खोज की । चिकित्सा क्षेत्र में पुरस्कार के साथ नोबेल सप्ताह की सोमवार को शुरुआत हुई थी । चिकित्सा क्षेत्र में योगदान के लिए स्टेम सेल पर काम करने वाले ब्रिटेन के जॉन गुर्डन और जापान के शिन्या यामंका को यह पुरस्कार दिया गया था।

लेफ्कोविट्ज (69) नार्थ कैरोलिना में ड्यूक यूनिवर्सिटी में जैव रसायन और जैव चिकित्सा के प्रोफेसर हैं। उन्होंने कहा, मैं गहरी नींद में था और उसी समय फोन की घंटी बजी। मैं नहीं सुन सका। मेरी पत्नी ने बताया कि आपके लिए फोन आया है। इसके बाद मुझे इस बारे में पता चला। फ्रांस के सेर्जे हैरोशे और अमेरिका के डेविड विनलैंड को क्वांटम कणों पर काम के लिए मंगलवार को भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मिला। नोबेल पुरस्कार की शुरुआत 19वीं सदी के स्वीडिश उद्योगपति एवं डाइनामाइट के अविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल के नाम पर हुई थी। प्रत्येक पुरस्कार के तहत करीब 12 लाख डॉलर की राशि दी जाती है। पुरस्कार हर वर्ष 10 दिसंबर (नोबेल की पुण्यतिथि वाले दिन) को वितरित किए जाते हैं। नोबेल का 1896 में निधन हुआ था। (एजेंसी)


First Published: Wednesday, October 10, 2012, 19:22

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