Last Updated: Sunday, February 26, 2012, 02:54
वाशिंगटन: वैज्ञानिकों ने अब यह दावा किया है कि यदि कोई इंसान अधिक होशियार है तो उसमें उसके अधिकतर जीन का कोई हाथ नहीं है।
हार्वड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों का कहना है कि बुद्धिमता और जीन संरचना में कोई अधिक संबंध नहीं है। अपने शोध में उन्होंने पाया कि जीन की संरचना बार बार दोबारा अपने को दोहराने में नाकाम रही। उन्होंने बताया कि सिर्फ एक जीन ही होशियारी पर प्रभाव डालती हुई मालूम होती है जिसका प्रभाव भी बहुत ही कम है।
शोध दल के सदस्य क्रिस्टोफर चाबरिस ने बताया कि यह पता लगाना बहुत ही मुश्किल है कि कौन सी जीन बुद्धिमता पर असर डाल सकती है। हालांकि दल का मानना है कि 10 15 सालों बाद ऐसी तकनीक विकसित की जा सकेगी जिससे ऐसा पता लगाया जा सके।
चाबरिस ने कहा, ‘ हम यह नहीं कह रहे कि इस क्षेत्र में जिन वैज्ञानिकों ने पहले शोध किया है वे गलत थे। उनको पास जो तकनीकें थी, वे उनका इस्तेमाल कर रहे थे। इस समय ऐसा माना जाता था कि कुछ जीन विशेष रूप से प्रभाव डालती हैं। यह तार्किक निष्कर्ष थे। पर इन जीन का प्रभाव निष्कषरें से भी बहुत ही कम होता है। इस शोध को ‘साइकोलोजिकल सांइस’ जर्नल में छापा जायेगा।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, February 26, 2012, 08:26