Last Updated: Friday, May 4, 2012, 10:27
वाशिंगटन : अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में हुए एक शोध में मानव शरीर में मौजूद उन कारणों को ढूंढ निकाला गया है जिनसे मोटापे और मधुमेह जैसी समस्याएं हो जाती हैं। ये कारण हमारे शरीर में मौजूद जैव घड़ी के कुछ हिस्से हैं, जो कि हमारे यकृत और मस्तिष्क में मौजूद होते हैं। इस शोध से आने वाले समय में इन कारणों के निवारण की खोज की जा सकेगी।
जैव घड़ी दरअसल हमारे शरीर में चलने वाली एक जैव प्रक्रिया है जो कि हमारे शरीर की सचेतता, भूख, सोने के समय और हारमोन का स्त्राव नियंत्रित करती है। जिन लोगों की इस जैव घड़ी में कुछ गड़बड़ होती है, उनमें मोटापा और मधुमेह जैसी स्वास्थ्य समस्याएं देखी जाती हैं।
दरअसल पहले ऐसा माना जाता था कि इस जैव घड़ी से जुड़े कुछ ग्राही, सिर्फ मस्तिष्क में ही मौजूद होते हैं, लेकिन इस शोध में यह सामने आया है कि ये ग्राही मस्तिष्क के साथ-साथ यकृत में भी पाए जाते हैं।
एक अंतर्राष्ट्रीय समूह का कहना है कि हमारे शरीर में मौजूद जैव घड़ी के गड़बड़ा जाने से मोटापे और मधुमेह का खतरा बहुत बढ़ जाता है। इस नए शोध के परिणामों से इस जैव घड़ी को दोबारा से सही करने के तरीके ढूंढने में मदद मिलेगी खासकर अंतराष्ट्रीय यात्रियों, शिफ्टों में काम करने वालों और मोटापा ग्रसित अन्य लोगों को भी।
(एजेंसी)
First Published: Friday, May 4, 2012, 16:01