Last Updated: Tuesday, January 3, 2012, 08:28
लंदन : क्या आपने कभी सोचा है कि आपका बच्चा कक्षा में अच्छा प्रदर्शन क्यों नहीं करता या वह हंसमुख क्यों नहीं है। दरअसल सिर्फ पढ़ाई करने व खेल-कूद में हिस्सा न लेने वाले बच्चे सुस्त हो जाते हैं। नीदरलैंड के वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन किया है, जिसमें संकेत मिले हैं कि यदि स्कूली बच्चे खेल-कूद में भी हिस्सा लें तो कक्षाओं में उनका प्रदर्शन बेहतर हो सकता है।
पूर्व में हुए शोध की समीक्षा में इस बात के प्रमाण मिले हैं कि बच्चों व किशोरों में शारीरिक सक्रियता से उनकी शैक्षिक उपलब्धियों में सुधार हो सकता है।
वैज्ञानिकों ने अपने अध्ययन के लिए पूर्व के 14 अध्ययनों का विश्लेषण किया। जिनमें छह से 18 वर्ष की आयु के 53 से लेकर 12,000 तक प्रतिभागी शामिल थे। अध्ययन के बाद शोधकर्ताओं ने कहा कि व्यायाम से मस्तिष्क में खून व ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर व ज्यादा होता है। इससे तनाव कम होता है और मनोदशा बेहतर होती है।
शारीरिक सक्रियता में वृद्धि से संबंधित कारक भी सही ढंग से काम करते हैं। इससे नई तंत्रिका कोशिकाओं के विकास में मदद मिलती है। एम्सटर्डम के व्रिजे यूनीवर्सिटी मेडीकल सेंटर की अध्ययनकर्ता अमिका सिंह ने 'आर्काइव्स ऑफ पीडियाट्रिक्स एंड एडोलसेंट मेडीसिन' जर्नल में लिखा कि उन्होंने शारीरिक सक्रियता व शैक्षिक प्रदर्शन के बीच महत्वपूर्ण व सकारात्मक सम्बंध देखा है। उन्होंने कहा कि अध्ययन से स्पष्ट है कि शारीरिक सक्रियता से बच्चों का शैक्षिक प्रदर्शन अच्छा होता है।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 3, 2012, 13:58