चीनी अंतरिक्ष यात्रियों की पहली मैनुअल डॉकिंग

चीनी अंतरिक्ष यात्रियों की पहली मैनुअल डॉकिंग


बीजिंग : चीन के अंतरिक्ष यात्रियों ने देश की पहली मैनुअल स्पेस डॉकिंग सफलतापूर्वक पूरी की। 2020 तक अंतरिक्ष प्रयोगशाला शुरू करने की दिशा में यह एक बहुत बड़ा कदम है। मैनुअल स्पेस डॉकिंग एक नाजुक प्रक्रिया होती है जिसमें अंतरिक्ष यान को प्रोयोगिक अंतरिक्ष प्रयोगशाला माड्यूल के साथ जोड़ा जाता है।

अंतरिक्ष यान शेनझोउ नौ में बैठी चीन की प्रथम महिला अंतरिक्ष यात्री लियू यांग सहित तीन अंतरिक्ष यात्रियों ने अपना यान तियांगोंग एक प्रयोगशाला के साथ जोड़ दिया। यह पूरी प्रक्रिया स्वाचालित नहीं बल्कि हस्तचालित थी। इस पूरी प्रक्रिया का चीन के सरकारी टेलीविजन चैनल सीसीटीवी ने सीधा प्रसारण किया।

आज के मैनुअल डॉकिंग से रूस और अमेरिका के बाद चीन अंतरिक्ष में ऐसी उपलब्धि हासिल करने वाला तीसरा देश बन गया। यह अंतरिक्ष डॉकिंग ऐसे समय में हुई है जब आज पूरे चीन में ड्रैगन नौका महोत्सव मनाया जा रहा है। पूर्व में एक स्वचालित प्रक्रिया के तहत अलग किए गए दो अंतरिक्ष यानों को आज 10 मिनट की हस्तचालित प्रक्रिया में फिर से जोड़ दिया गया।

सफल डॉकिंग की घोषणा करते हुए चीन के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की प्रवक्ता वु पिंग ने मीडिया को यहां बताया कि चीन विदेशी अंतरिक्षयात्रियों को अपने अंतरिक्ष तकनीक के माध्यम से प्रशिक्षित कर सकेगा और उन्हें एक दिन शेनझोउ अंतरिक्ष यान से अंतरिक्ष भेज सकेगा। (एजेंसी)

First Published: Monday, June 25, 2012, 08:27

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