Last Updated: Sunday, February 19, 2012, 04:11
वैंकूवर: जंगल में लगने वाली आग और फसलों के स्वाहा हो जाने से हर साल दुनियाभर में करीब 3,39,000 लोगों की जान चली जाती है। यह आंकड़ा एक अध्ययन के नतीजों में सामने आया है जो दावानल से मौत के आंकड़ों का पता लगाने के लिए किया गया पहला अध्ययन है।
इस तरह के सर्वाधिक मौत के मामले उप सहारा अफ्रीका से आते हैं जहां हर साल इस तरह की आग की घटनाओं में 1,57,000 लोग मारे जाते हैं। इसके बाद दक्षिण पूर्व एशिया से 1,10,000 लोगों के दावानल में मौत का आकलन है।
यूनिवर्सिटी ऑफ तस्मानिया के प्रमुख शोधकर्ता फे जॉन्सटन ने कहा कि दावानलों से मौत के आंकड़ों का पता लगाने के लिए किया गया यह पहला अध्ययन है। इसका प्रकाशन पत्रिका एनवायरमेंटल हेल्थ पर्सपेक्टिव्स में किया गया। अनुसंधानकर्ताओं ने 1997 से 2006 के बीच अध्ययन किया।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, February 19, 2012, 09:47