Last Updated: Thursday, December 15, 2011, 11:40
बर्लिन : जर्मनी के इंजीनियरों ने सफलतापूर्वक एक सूक्ष्म-लघु भाप इंजन विकसित किया है। इस भाप इंजन की चौड़ाई एक मिलीमीटर के कुछ हजारवें हिस्से के बराबर है।
स्टूटगार्ट विश्वविद्यालय व मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट ऑफ इंटेलीजेंट सिस्टम्स के शोधकतरओ का कहना है, यह मशीन बहुत छोटी है इसलिए यह बहुत सूक्ष्म प्रक्रियाओं से भी प्रभावित हो जाती है जबकि आमतौर पर ऐसी सूक्ष्म गतिविधियों का कोई असर नहीं होता है।
शोधकर्ताओं का कहना है, यह प्रयोग सूक्ष्म प्रक्रियाओं में प्रयुक्त ऊष्मा इंजन में ऊर्जा के संतुलन को समझने में मदद करता है।
यह पूरी तकनीकी प्रक्रिया एक बड़े भाप इंजन से अलग होती है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक कोयले के इस्तेमाल वाले एक ठेठ भाप के इंजन में तकनीशियन पानी गर्म करने के लिए लेजर किरणों का इस्तेमाल करते हैं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 15, 2011, 17:33