Last Updated: Thursday, August 30, 2012, 11:19
वाशिंगटन : पुरुषों की तुलना में महिलाओं के ज्यादा प्रसन्नचित रहने का कारण एक जीन है। वैज्ञानिकों ने एक ऐसे जीन को खोज निकाला है जो महिलाओं को तो प्रसन्नचित रखता है लेकिन पुरुषों के साथ ऐसा नहीं करता।
यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ फ्लोरिडा, नेशनल इंस्टीट्यूट्स ऑफ हेल्थ, कोलम्बिया यूनिवर्सिटी और न्यूयार्क स्टेट साइकेट्रिक इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने बताया मोनोएमीन आक्सीडेज ए (एमएओए) का कम प्रभावी अवस्था महिलाओं को प्रसन्न रखती है। वैज्ञानिक पत्रिका `न्यूरो साइकोफार्मालोजी एंड बायोलोजिकल साइकेट्री` की रपट के अनुसार शोधदल के प्रमुख हेनियन चेन ने बताया कि महिलाओं में यह पहला खुशी के लिए जिम्मेदार जीन है।
चेन ने कहा कि मैं परिणाम से आश्चर्यचकित था। एमएओए की कम प्रभावी अवस्था शराबखोरी, आक्रमकता एवं असामाजिक व्यवहार जैसे दुर्गुणों से सम्बधित है। कुछ वैज्ञानिक तो इसे लड़ाकू जीन भी कहते हैं लेकिन कम से कम महिलाओं के लिए अध्ययन में इस जीन के सकारात्मक पक्ष नजर आए हैं। एमएओए जीन का कम प्रभावी स्वरूप मोनोएमीन को बढ़ाता है, जो मस्तिष्क में जमा होकर महिलाओं को खुशनुमा बनाते हैं। शोध में 345 लोगों को शामिल किया गया था जिसमें 193 महिलाएं एवं 152 पुरुष थे। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 30, 2012, 11:19