Last Updated: Thursday, February 28, 2013, 10:17

सिडनी : धरती से टकराने वाले क्षुद्र ग्रह भारी नुकसान का कारण बनते हैं, लेकिन इनमें से कुछ ने संभवत: शुरुआती जीवन के उद्भव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यह दावा एक नए शोध के आधार पर किया गया है।
शोध की अगुआई करने वाले यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न आस्ट्रेलिया स्कूल ऑफ अर्थ एंड इन्वायरमेंट के अनुसंधानकर्ता भूगर्मशास्त्री मार्टिन स्कमिएडर ने कहा है कि एक क्षुद्र ग्रह के कारण उत्पन्न ताप का प्रभाव खत्म होने में कई सौ हजार साल का समय लगता है। जियोकिमिका एट कोस्मोकिमिका एक्टा जर्नल में छपी र्पिोट में स्कमाइडर ने कहा है कि ठंडा होने के बाद क्रेटर सूक्ष्म जीवों के पनपने के लिए आदर्श वातावरण मुहैया कराता है।
वेस्टर्न आस्ट्रेलिया के एक बयान के मुताबिक फिनलैंड में 7 करोड़ 60 लाख वर्ष पुराने 23 किलोमीटर व्यास वाले लाप्पाजारवी क्रेटर से प्रभावित पिघले चट्टान का हमने विश्लेषण किया और चौंकाने वाले परिणाम सामने आए। (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 28, 2013, 10:17