Last Updated: Wednesday, December 7, 2011, 11:53
वॉशिंगटन : भारतीय मूल के अनुसंधानकर्ता की अगुवाई में वैज्ञानिकों की एक टीम ने डीएनए का ज्यादा सटीक खाका तैयार करने वाली एक पद्धति तैयार की है।
जीनोम इंस्टीट्यूट ऑफ सिंगापुर के डॉ. निरंजन नागराजन और उनके सहकर्मियों ने कहा कि उनकी गणना आधारित पद्धति जीवों की डीएनए संरचना का सटीक खाका तैयार करने की गारंटी देता है।
(पौधे और जीवों में) जीनोम अध्ययन गणना आधारित पद्धति पर आधारित होते हैं जो पहले इन जीवों के डीएनए सिक्वेंस को इकट्ठा करते हैं। इसे जीनोम एसेंबली कहा जाता है। यह किताब में बिखरे शब्दों को इकट्ठा करने जैसी बड़ी पहेली को हल करने सरीखा विकट होता है। इसी चुनौती के कारण जीनोम को इकट्ठा करने के अब तक के तरीके अक्सर सटीक नहीं होते।
डॉ. नगाराजन ने कहा, मनुष्य के स्वास्थ्य के लिये हानिकारक (संक्रामक रोग फैलाने वाले) और कृषि और पशुपालन से जुड़े जीवों के जेनेटिक अध्ययन जीनोम सिक्वेंस के खाके की उपलब्धता पर निर्भर करते हैं।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 7, 2011, 17:24