Last Updated: Monday, February 13, 2012, 03:24
लंदन : वैज्ञानिकों ने पहली बार इंसानी त्वचा से दिमाग के उत्तकों को बनाने में सफलता पाई है जिससे पक्षाघात और अल्जाइमर की बीमारी का नया और प्रभावी इलाज का रास्ता तैयार हो सकता है।
अब तक विवादित भ्रूण को तोड़कर बनी स्टेम कोशिकाओं के इस्तेमाल से दिमाग के हिस्से सेरेब्रल कोटेक्स से ही उत्तकें बनाना संभव था।
अब, यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज की एक टीम का कहना है कि उन्होंने त्वचा की कोशिकाओं की पुर्नसंरचना कर प्रयोगशाला में इंसानी दिमाग की कोशिकाएं तैयार की है ताकि वे सेरेब्रल कोटेक्स में पाए जाने वाले न्यूरोन में विकसित हो सके।
संडे टेलीग्राफ के मुताबिक, अध्ययन दल के अगुवा डॉ. रिक लिवसी ने कहा, ‘सेरेब्रल कोटेक्स इंसानी दिमाग के 75 फीसदी हिस्से को तैयार करता है। यह वह क्षेत्र है जहां सारी महत्वपूर्ण प्रक्रियाएं होती हैं। यहीं पर बीमारियां भी पैदा होती हैं। हम त्वचा की कोशिकाओं की पुर्नसंरचना में कामयाब रहे हैं ताकि वे दिमागी स्टेम कोशिकाओं में बदल सकें।’ (एजेंसी)
First Published: Monday, February 13, 2012, 08:54