Last Updated: Tuesday, April 3, 2012, 07:47
वाशिंगटन : वैज्ञानिकों ने ऐसी दुर्लभ कोशिकाएं ढूंढ़ लेने का दावा किया है जो किसी हमले को ‘याद रखने’ में प्रतिरोधक क्षमता की मदद करती है। इस खोज से प्रतिरोधक क्षमता संबंधी समस्याओं के उपचार का नया और अधिक प्रभावी मार्ग प्रशस्त हो सकता है।
वाल्टर एंड एलिजा हाल इंस्टिट्यूट की टीम का कहना है कि टी फोलिकुलर कोशिकाएं मदद करने वाली कोशिकाएं होती हैं। ये समूची प्रतिरोधक कोशिकाओं के एक प्रतिशत के भी आधे से कम होती हैं, लेकिन एंटीबाडी के उत्पादन तथा दीर्घकालीन प्रतिरोधक क्षमता के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हालांकि, ‘क्रोनिक इन्फ्लेमेटरी’ बीमारियों में कोशिकाएं नाटकीय रूप से बढ़ जाती हैं जिससे ये इन बीमारियों के इलाज का कारक हो सकती हैं। इस बारे में अनुसंधान डा. काटजा लुथजे के नेतृत्व वाली टीम ने किया।
उन्होंने कहा कि टीम द्वारा पहचानी गई टी फोलिकुलर सहायक कोशिकाएं संक्रामक एजेंटों को जवाब देने के लिए मजबूत एवं विशिष्ट एंटीबाडी के विकास के लिए अत्यावश्यक हैं।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 3, 2012, 13:17