Last Updated: Tuesday, August 7, 2012, 20:30

वाशिंगटन : अमेरिका की अंतरिक्ष विज्ञान एजेंसी नासा के वैज्ञानिकों ने संभावना व्यक्त की है कि धरती का अधिकांश भूभाग 20वीं शताब्दी के मध्य में झेली लू से भी भयंकर लू के थपेड़ों का सामना करेंगे।
इन वैज्ञानिकों का कहना है कि धरती का उत्तरी गोलार्ध वर्ष 1951 से 1980 के दौरान झेली लू से भी काफी प्रचंड लू का सामना कर सकता है। गौरतलब है कि धरती के इसी हिस्सें में इसका 90 फीसदी भूभाग मौजूद है।
नासा के गोडार्ड इंस्टिट्यूट फॉर स्पेस स्टडीज (जीआईएसएस) और इस अध्ययन के अगुवा जेम्स हैनसन ने संभावना व्यक्त की है कि गर्मी बढ़ने की वजह ग्लोबल वार्मिंग हो सकती है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, August 7, 2012, 20:30