‘निमोनिया से हर साल 6 लाख से ज्यादा बच्चों की मौत’

‘निमोनिया से हर साल 6 लाख से ज्यादा बच्चों की मौत’

‘निमोनिया से हर साल 6 लाख से ज्यादा बच्चों की मौत’संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ) ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि अकेले भारत में निमोनिया और अतिसार से हर साल पांच वर्ष से कम उम्र के छह लाख बच्चों की मौत होती है और छोटे-मोटे उपाय से इतनी जानें बचाई जा सकती है ।

यूनीसेफ रिपोर्ट ने यह भी रेखांकित किया कि हर साल इन बीमारियों से दुनिया के गरीब और विकासशील देशों में पांच वर्ष से कम उम्र के 20 लाख से ज्यादा बच्चों की मौत हो जाती है।

रिपोर्ट के अनुसार इन दोनों बीमारियों से वर्ष 2010में 21,97000 से ज्यादा बच्चों की मौत हुई। यह आंकड़ा पांच साल की कम उम्र के बच्चों की कुल मौतों में 29 फीसदी है। ये दोनों बीमारियां पांचवर्ष से कम उम्र के बच्चों की मौत का सबसे बड़ा कारण हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर साल करीब 6,09,000 बच्चों की मौत होती है और वह 75 देशों की सूची में सबसे ऊपर है। उसमें यह भी कहा गया है कि दुनिया में निमोनिया एवं अतिसार से होने वाली मौतों में से करीब 50 फीसद मौतें दुनिया के पांच गरीब और बड़ी जनसंख्या वाले देशों भारत, नाइजीरिया, कांगो, पाकिस्तान और इथोपिया में होती हैं।

रिपोर्ट में रेखांकित किया गया है कि आत टीकाकरण जैस बहुत ही सामान्य कदमों से बहुत सी जानें बचाई जा सकती हैं । यूनीसेफ के कार्यकारी निदेशक एंटनी लेक ने एक विज्ञप्ति में कहा, हम जानते हैं कि निमोनिया और अतिसार से कैसे निपटा जा सकता है, ये ऐसी बीमारियां हैं जो गरीबों को सबसे ज्यादा प्रभावित करती हैं। (एजेंसी)

First Published: Friday, June 8, 2012, 17:38

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