Last Updated: Monday, February 13, 2012, 08:32
वाशिंगटन : वैज्ञानिकों ने पार्किंसन से जुड़े कम से कम दो जीनों की पहचान की है। इस खोज से डिमेंशिया के बाद दिमाग की दूसरी सबसे आम बीमारी के बेहतर इलाज का रास्ता खुल सकता है। न्यूरोसाइंस रिसर्च ऑस्ट्रेलिया की अगुवाई में एक टीम ने बताया कि पार्किंसन की बीमारी से ग्रस्त लोगों के दिमाग में प्रोटीन के जमा होने से जुड़े दो जीनों की पहचान की गई है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, ये जीन इस बात का संकेत दे सकते हैं कि पार्किंसन बीमारी कितनी तेजी से किसी व्यक्ति में फैलेगी। टीम के अगुवा डा. यूए हुआंग ने बताया कि ये दो जीन पार्किंसन बीमारी के फैलने की दर को तय करने में इस्तेमाल किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह खोज पार्किंसन बीमारी का इलाज खोजने में महत्वपूर्ण हो सकती है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, February 13, 2012, 14:02