Last Updated: Friday, May 11, 2012, 14:25
लंदन : खगोलविदों ने वरुण ग्रह को ढूंढ़ने में इस्तेमाल हुई 150 साल पुरानी तकनीक से सौरमंडल के बाहर एक ‘अदृश्य ग्रह’ को ढूंढ निकालने का दावा किया है। ‘डेली मेल’ के अनुसार साउथवेस्ट रिसर्च संस्थान का कहना है कि शनि के आकार का यह अदृश्य ग्रह केओआई-872-0 तारे के पास मौजूद है। संस्थान के बयान में कहा गया कि यह ग्रह सिर्फ अपने गुरुत्वाकर्षण के कारण होने वाले प्रभाव की वजह से ही उस जगह पर मौजूद रह सकता है।
गौरतलब है कि 150 से भी अधिक साल पहले फ्रांसीसी गणितज्ञ अर्बेन ली वेर्रियर ने यूरेनस ग्रह की गति में हल्के अंतर के आधार पर वरुण ग्रह को ढूंढ निकाला था। खगोलविदों की अगुआई करने वाले डॉ.डेविड नेसवोर्नी ने इस ग्रह को ढूंढने के लिए नासा की केपलर दूरबीन का इस्तेमाल किया है। इस अध्ययन को ‘साइंस’ पत्रिका में प्रकाशित किया गया है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, May 11, 2012, 21:34