Last Updated: Wednesday, January 18, 2012, 07:35
वाशिंगटन : वैज्ञानिकों ने इस बात की पुष्टि की है कि मोरक्को में हाल ही में एकत्र किए गए 15 पाउंड वजनी चट्टानों के टुकड़े मंगल ग्रह से पृथ्वी पर गिरे हैं । ये चट्टानें पिछले वर्ष जुलाई में हुई उल्का वर्षा के दौरान गिरी थीं ।
इतिहास में यह केवल पांचवां मौका है जब वैज्ञानिकों ने मंगल ग्रह से उल्का पिंडों के गिरने की पुष्टि की है । लोगों ने भी चट्टानों के इन टुकड़ों को गिरते देखा था।
छह महीने पहने आसमान से आग के गोले गिरते नजर आए थे लेकिन उत्तरी अफ्रीका में दिसंबर के अंत तक जमीन पर गिरे इन उल्का पिंडों को खोजा नहीं जा सका था। मंगल ग्रह पर जीवन की संभावना का अध्ययन करने के लिए वैज्ञानिकों को यह एक दुर्लभ और अनोखा मौका उपलब्ध हुआ है । अभी तक नासा का या कोई भी रूसी अंतरिक्ष यान मंगल ग्रह की चट्टानों को लेकर नहीं आया था।
वैज्ञानिक और संग्रहकर्ता इन चट्टानों केा लेकर बेहद उत्साहित हैं और इन उल्का पिंडों की भारी कीमत आंकी जा रही है। ये दुनिया पर सोने से अधिक कीमती मानी गयी हैं। इनमें सबसे बड़ी चट्टान एक किलोग्राम की है। यूनिवर्सिटी आफ सेंट्रल फ्लोरिडा में फ्लोरिडा स्पेस इंस्टीट्यूट के निदेशक तथा नासा के पूर्व विज्ञान प्रमुख ऐलेन स्टर्न ने बताया, ‘यह जनवरी में क्रिसमस की खुशी जैसा है।’
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 18, 2012, 16:40