Last Updated: Friday, December 30, 2011, 04:03
तेल अवीव : अगर कोई इंसान एमपी-3 या आईपॉड्स पर घंटों तेज संगीत सुनना पसंद करता हैं तो फिर सावधान हो जाइए। एक शोध के मुताबिक आईपॉड और एमपी-3 पर तेज आवाज में संगीत सुनने के कारण चार में एक युवक के असमय बहरा होने का खतरा है।
आईपॉड और एमपी-3 प्लेयर जैसे उपकरण के माध्यम से तेज आवाज में एकदम स्पष्ट संगीत सुनने का मनोहारी अनुभव देते हैं लेकिन तेल अवीव विश्वविद्यालय (टीएयू) के शोधकर्ताओं के अनुसार इन यंत्रों के फायदे होने के साथ-साथ इनसे किशोरों में कई तरह की शारीरिक समस्याएं भी पैदा हो रही हैं।
अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका 'ऑडियोलॉजी' की रिपोर्ट के अनुसार टीएयू विश्वविद्यालय के 'मेडिसिन एंड शेबा मेडिकल सेंटर' के प्रोफेसर चावा मचनिक ने कहा कि चार में से एक किशोर पर अपनी पसंद की संगीत सुनने की आदतों की वजह से असमय बहरा होने का खतरा मंडरा रहा है।
विश्वविद्यालय के एक बयान के अनुसार मचनिक ने अपने साथी रिकी कपलान-नेमेन, नोअम अमीर और ईस्टर शबतई के साथ किए गए अध्ययन के दौरान किशोरों की संगीत सुनने की आदतों और पसंदीदा धुन सुनने के स्तर का ध्वनिक माप किया।
परिणामों से पता चला कि आईपॉड और अन्य एमपी-3 यंत्रों के सम्बंध में किशोरों में नुकसानदेह संगीत सुनने की आदतें हैं। अनुमान के मुताबिक अगले 10 से 20 सालों में युवाओं की सम्पूर्ण पीढ़ी उम्र से पहले श्रवण सम्बंधी समस्याओं से जूझ रही होगी।
(एजेंसी)
First Published: Friday, December 30, 2011, 09:33