Last Updated: Sunday, June 3, 2012, 23:24

लंदन : वैज्ञानिकों का कहना है कि इस वर्ष के अंत तक लार्ज हाइड्रान कोलाइडर (एलएचसी) में जारी प्रयोग के माध्यम से हिग्स बोसोन कण की गुत्थी सुलझाने के साथ ब्रह्मांड की उत्पत्ति के रहस्य को सुलझा लिया जा सकता है। लार्ज हाइड्रान कोलाइडर में कई महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए इस वर्ष के अंत तक सक्रिय किया जायेगा।
बहरहाल, यूरोपीय परमाणु शोध संगठन (सर्न) के निदेशक रोल्फ डिटर हेयर ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि इस समय तक हम यह कह सकेंगे कि क्या हिब्स बोसोन कण का अस्तित्व है या नहीं। इस कण को गॉड कण के रूप में भी जाना जाता है लेकिन इसे अभी तक सत्यापित नहीं किया जा सका है। वैज्ञानिक कई दशकों से इसके अस्तित्व को साबित करने की दिशा में काम कर रहे हैं।
वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि सर्ज में विशेष रूप से तैयार 17 मील लम्बे भूमिगत सुरंग में उच्च उर्जा वाले कणों के टक्कर से ऐसी स्थिति उत्पन्न होगी जिससे उन्हें हिब्स बोसोन कणों का पता लगाने का मौका मिलेगा।
डा. हेयर ने कहा कि एलएचसी को उन्नत बनाने और अधिक प्रयोग करने में सक्षम बनाने के लिए कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया था।
डा. हेयर ने कहा, हमें इस वर्ष के अंत तक पता चल जायेगा कि क्या इस कण का अस्तित्व है या नहीं। यह एक बडी खोज होगी कि हम ब्रह्मांड की व्याख्या करने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा, हमने बाह्य दुनिया के बारे में अपने ज्ञान को आगे बढ़ाने में काफी सफलता हासिल की है।
इससे हमें ब्रह्मांड की उत्पत्ति के बारे में समझ बनाने में काफी मदद मिलेगी। सर्न के निदेशक ने कहा कि पहली बार एलएचसी आम लोगों के लिए खोली जायेगी और उन्हें सुरंगों से गुजरने का मौका मिलेगा जो फ्रांस से स्विट्जरलैंड तक फैली है। उन्होंने कहा कि हिब्स बोसोन कण के माध्यम से ब्रह्मांड के वृहद स्वरूप की व्याख्या और शोध करने में मदद मिलेगी। (एजेंसी)
First Published: Sunday, June 3, 2012, 23:24