Last Updated: Tuesday, August 27, 2013, 00:06

केप टाउन : भारतीय मूल की दक्षिण अफ्रीकी इंजीनियर अगले महीने दुनिया की सबसे तेज कार `ब्लडहाउंड` का निर्माण करने वाले समूह में शामिल होंगी। पोर्ट एलिजाबेथ की 29 वर्षीया मेकेनिकल इंजीनियर बेवर्ली सिंह ब्रिटिश सरकार की इंजीनियरिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम ब्लडहाउंड एसएससी परियोजना में शामिल होंगी।
युवाओं को इंजीनियरिंग के पेशे की तरफ आकर्षित करने और प्रोत्साहन देने के लिए इस परियोजना को शुरू किया गया है।
रॉकेट शक्ति से लैस दुनिया की सबसे तेज कार 2016 तक बनकर तैयार हो सकती है, जिसकी रफ्तार 1,600 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी। इसकी रफ्तार मौजूदा समय की सबसे तेज रफ्तार कार से 400 किलोमीटर प्रति घंटा अधिक होगी।
सिंह ने वेस्ट ऑफ इंग्लैंड विश्वविद्यालय से मेकेनिकल इंजीनियरिंग में परास्नातक डिग्री ली है और बल्डहाउंड चेवेनिंग स्कॉलरशिप की विजेता रही हैं। परियोजना के तहत वह बोइंग और रोल्स रॉयस जैसे कंपनियों के इंजीनियरों के साथ काम करेंगी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, August 27, 2013, 00:06