Last Updated: Friday, October 21, 2011, 12:50
लंदन : आमतौर पर महिलाओं को पुरुष के मुकाबले ज्यादा बातुनी माना जाता है लेकिन अब मर्द मानते हैं कि वो औरतों से ज्यादा मजाकिया भी होते हैं।
कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के एक अध्ययन में भी मर्दों को औरतों से ज्यादा मजाकिया पाया गया। अध्ययन में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय ने पत्रिका के कार्टूनों के लिए अनुशीषर्क लिखने की परीक्षा ली। ‘न्यूयॉर्कर’ पत्रिका में छपे 20 कार्टूनों के लिए 16 पुरूषों और 16 महिलाओं से हास्य अनुशीषर्क लिखने के लिए कहा गया था। विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने पाया कि इसमें पुरूष पाठकों को महिला पाठकों की तुलना में अधिक अंक आए। शोधकर्ताओं ने पाया कि महिला अनुशीषर्क लेखकों की तुलना में पुरूष अनुशीषर्क लेखक अपशब्दों और वयस्क मजाकों का अकसर प्रयोग करते हैं।
हालांकि पुरूषों और महिलाओं के बीच अंकों का अंतर बहुत ही कम था। दोनों के बीच केवल 0.11 अंकों का अंतर था। दोनों के अंकों का निर्धारण एक से पांच के अधिकतक स्तर पर किया गया था। चुकी यह अंतर बहुत ही कम था, इसके कारण किसी तरह की धारणा नहीं बन सकती।
बाद में इस संबंध में प्रश्न पूछने पर इनमें से लगभग 90 प्रतिशत लोगों ने माना कि वो इस प्रचलित धारणा को मानते हें कि मर्द औरतों से ज्यादा मजाकिया होते हैं। यह अध्ययन ‘साइकोनॉमिक बुलेटिन एंड रिव्यू’ में प्रकाशित की गई है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, October 21, 2011, 18:23