Last Updated: Tuesday, July 3, 2012, 22:03

लंदन : आपने कभी सोचा है कि एक ही तरह की चोट लगने के बावजूद अलग-अलग लोगों को दर्द का एहसास अलग तरीके से क्यों होता है ? वैज्ञानिकों का कहना है कि मस्तिष्क की बनावट में अंतर के कारण लोगों को दर्द का एहसास अलग-अलग तरीके से होता है।
शिकागो की ‘नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी’ की प्रोफेसर वानिया अपाकारियन ने नेतृत्व में अध्ययन कर रहे दल ने पाया कि चोटों के प्रति लोग किस तरह की प्रतिक्रिया देंगे यह मस्तिष्क के भावनात्मक स्तर पर निर्भर करता है।
उन्होंने पाया कि जो अपनी चोट से भावनात्मक तरीके से जितना ज्यादा जुड़ा होता है उसे दर्द का एहसास उतना ही ज्यादा होता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, अपाकारियन का कहना है कि चोट अपने आप में दर्द महसूस करने के लिए काफी नहीं है। दर्द चोट और मस्तिष्क की अवस्था से जुड़ा होता है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 3, 2012, 22:03