Last Updated: Sunday, October 9, 2011, 10:53
लंदनः रॉयल बेल्जियन इंस्टिच्यूट ऑफ नेचुरल साइंसेज के पुरातत्ववेत्ताओं ने पुरापाषाण कालीन तीन कुत्तों के जीवाश्मों की खोज की है. उनका दावा है कि यह खोज मानव और कुत्ते के बीच के संबंधों को दर्शाता है.
उन्होंने ने कहा कि मरने के बाद कुत्तों के दिमागों को भी हटाया गया है जो जानवरों की आत्मा को मुक्त करने की मानवीय कोशिश की ओर संकेत करता है. दिमाग को हटाने के लिए कुत्तों की खापड़ियों में छेद किया गया है.
इस दल के प्रमुख मितजे गेरमोनपरे ने कहा कि उत्तरी क्षेत्र के बहुत सारे लोगों का मानना है मस्तिष्क में आत्मा का निवास होता है. ‘ऐसे ही लोगों में से कुछ व्यक्तियों ने मरे हुए जानवार की खोपड़ी में छिद्र किया ताकि उसका आत्मा मुक्त हो सके.’ डेली मेल के मुताबिक तीसरे कुत्ते के मुंह में बड़ा हड्डी फंसा हुआ है और उसके बारे में जीवाश्म वैज्ञानिकों का मानना है कि मरने के बाद उसके मुंह में किसी व्यक्ति ने रीति रिवाज के तहत ऐसा किया है
(एजेंसी)
First Published: Sunday, October 9, 2011, 16:46