मेंढक की 12 नई प्रजातियों का पता चला - Zee News हिंदी

मेंढक की 12 नई प्रजातियों का पता चला

नई दिल्ली : पश्चिमी घाटों के जंगलों में 20 साल की खोजबीन के बाद अनुसंधानियों ने रात में सक्रिय रहने वाले मेंढकों की 12 प्रजातियों का पता लगाया है. इसके अलावा, उन्होंने तीन ऐसी प्रजातियों की भी जानकारी दी है जिन्हें पिछले 75 सालों में देखा नहीं गया है. दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. एसडी बीजू के नेतृत्व में एक दल ने निक्टिबैट्राकस वर्ग के रात्रिचर मेंढकों की 12 प्रजातियों का पश्चिमी घाटों पर पता लगाया. इस स्थान को वैश्विक जैव विविधता के लिए विशेष तौर पर जाना जाता है.

बंबई प्राकृतिक इतिहास सोसायटी, भारतीय जीव विज्ञान सर्वेक्षण और बेल्जियम के व्रिजे विश्वविद्यालय के अनुसंधानियों के दल ने इन नयी प्रजातियों की खोज के लिए विशिष्ट गुणों और मार्कर का इस्तेमाल किया. नई प्रजातियों की खोज के साथ ही अनुसंधानियों ने तीन विलुप्त मेंढकों का भी पता लगाया. इन मेंढकों में 91 वर्ष पहले देखे गये कोऑर्ग नाइट फ्रॉग (निक्टिबैट्राकस सैंकटिपालुस्ट्रिस) और 75 वर्ष पहले देखे गये केम्फोली नाइट फ्रॉग (निक्टिबैट्राकस कैम्फोलीएन्सिस) और फोरेस्ट नाइट फ्रॉग (निक्टिबैट्राकस सिलवेटिकस) शामिल हैं.

प्रो. बीजू के अनुसार, जूटाक्सा जर्नल में वर्णित इन 12 प्रजातियों को देश के पश्चिमी घाट के इलाकों में देखा गया है और यह मेंढकों की उन प्राचीन प्रजातियों से संबंधित हैं जो डायनोसॉर काल से पृथ्वी पर रहती आ रही हैं. प्रो. बीजू ने कहा, ‘पश्चिमी घाटों में विशेष तौर पर पाये जाने वाले रात्रिचर मेंढकों (निक्टिबैट्राकस) का प्रजनन व्यवहार अत्यंत विशिष्ट होता है. इन मेंढकों की विशेषता यह है कि नर और मादा आपस में संपर्क किये बिना ही सफलतापूर्वक प्रजनन की प्रक्रिया संपन्न करते हैं.’

First Published: Friday, September 16, 2011, 23:02

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