Last Updated: Monday, May 14, 2012, 08:48
मेलबर्न: एक ही रंग वाले पक्षियों की तुलना में रंगीन पक्षी, नये प्रजातियों में तेजी से विकसित होते हैं। एक नये अध्ययन में यह बात सामने आयी है।
मेलबर्न विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के एक दल ने पता लगाया कि बहुत सारे रंगों के पंखों वाले पक्षी अपनी आबादी के भीतर तेजी से बदलते और विकसित होते हैं। नेचर पत्रिका में छपी खबर के अनुसार इससे 60 साल पुराने क्रमिक विकास सिद्धांत की पृष्टि होती है।
इस शोध के लिए पक्षी प्रेमियों और आनुवांशिकी विज्ञानियों से पिछले कई दशकों में जुटायी सूचनाओं का प्रयोग किया गया। 1950 में एक से ज्यादा रंगों के पंखों और नयी प्रजातियों के विकास के बीच संबंधों के बारे में जुलियन हक्स्ले जैसे कई प्रसिद्ध वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया था लेकिन ऐसा पहली बार है जब वैज्ञानिकों ने इस बात की पुष्टि की है।
शोधकर्ता दल के प्रमुख डॉक्टर डेवी स्टुअर्ट-फॉक्स ने कहा, ‘विकासवादी जीवविज्ञान (इवोल्यूशनरी बॉयोलॉजी) के एक महत्वपूर्ण सिद्धांत की पृष्टि कर हम जैवविविधता के लिए जिम्मेदार प्रक्रियाओं के बारे में और अच्छे से समझ सकते हैं।’ शोधकर्ता दल ने इस अध्ययन के लिए केवल पक्षियों का चुनाव इसलिए किया क्योंकि पक्षियों में रंगों की विविधता और प्रजातियों के वर्गीकरण से संबंधिात सूचनाएं प्रचुरता से उपलब्ध हैं।
फॉक्स ने कहा, ‘हमने रंगों की विविधता वाले पांच पक्षियों की प्रजातियों का अध्ययन किया और उनके विकास दर की एक ही रंग वाले पक्षियों के साथ तुलना की। अध्ययन में पता चला कि रंगों की विविधता नये प्रजातियों के विकास की प्रक्रिया को तेज कर देती है।’
(एजेंसी)
First Published: Monday, May 14, 2012, 14:19