Last Updated: Monday, August 6, 2012, 22:44

बर्लिन : जर्मनी में कुछ शोधकर्ताओं द्वारा एक नई पद्धति पर काम किया जा रहा है, जो लिवर को खराब होने से रोक सकती है। लिवर खराब होने के कारण इस अंग की कोशिकाएं अचानक और बड़ी संख्या में नष्ट होने लगते हैं, जो मृत्यु का भी कारण बन सकती है। ऐसी स्थिति में लिवर प्रत्यारोपण ही अंतिम उपाय बचता है। मैक्स डेलब्रक सेंटर फॉर मॉलिक्यूलर मेडिसिन (एमडीसी) बर्लिन-बुच के जुनफेंग एन और उनके समकक्ष स्टीफन डोनथ, जो आंतरिक चिकित्सा और हृदयविज्ञान विशेषज्ञ हैं, ने माउस मॉडल पर आधारित नई पद्दति विकसित की है।
शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में लिवर खराब होने की प्रक्रिया को उलट दिया और चूहा पूरी तरह ठीक हो गया। हेपेटोलॉजी जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक शोधकर्ता उम्मीद कर रहे हैं कि वह जल्द ही रोगियों पर क्लिनीकल ट्रायल में अपनी नई पद्धति का परीक्षण करेंगे। कुकुरमुत्ते और दवाओं से होने वाली विषाक्तता लिवर की इस गंभीर बीमारी के मुख्य कारणों में एक है। एमडीसी के एक वक्तव्य के मुताबिक दक्षिणी यूरोप, अफ्रीका और एशिया में हेपेटाइटिस-बी का गंभीर संक्रमण इसका मुख्य कारण माना जाता है।
दोनों शोधकर्ताओं ने अपनी चिकित्सा पद्दति के लिए हाल ही में खोजे गए एआरसी (एपॉपटोसिस रिप्रेसर विद कैसपेस रिक्रूटमेंट डोमेन) प्रोटीन का प्रयोग किया है, जो शरीर के लिए खुद को जीवित रखने वाले स्विच के रूप में काम करता है।
एआरसी हृदय, पिंजर पेशियों और मस्तिष्क में तो धकेला जाता है, लेकिन यह लिवर में नहीं डाला जाता है। 2006 में
डोनथ ने दर्शाया कि हृदयाघात के दौरान एपॉपटोसिस के कारण मायोकार्डियल कोशिकाओं (हृदयभित्ति में पायी जाने वाली एक प्रकार की मांसपेशी) की मृत्यु हो जाती है लेकिन एआरसी प्रोटीन देने से इनका नष्ट होना रुक जाता है।
एपॉपटोसिस बीमार और खराब कोशिकाओं के विरुद्ध सुरक्षा देता है। ट्यूमर कोशिकाओं में एपॉपटोसिस निष्क्रिय हो जाता है, जिस कारण कैंसर कोशिकाओं का अनियंत्रित प्रसार होता है। कैंसर शोधकर्ता उपचार विकसित करने के लिए एपॉपटोसिस का प्रयोग करने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि लिवर की गंभीर खराबी में समस्या एपॉपटोसिस का कम होना नहीं बल्कि इसका ज्यादा होना है। चिकित्सक कोशिकाओं को नष्ट होने से रोकने के लिए दवाएं देते तो हैं लेकिन सफलता कम ही मिलती है।
अब डोनथ और उनके सहकर्मियों ने लिवर कोशिकाओं के एपॉपटोसिस को रोकने के लिए एआरसी प्रोटीन में बदलाव किए हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, August 6, 2012, 22:44