Last Updated: Monday, December 10, 2012, 11:45

सिडनी : पारिस्थितिक दृष्टि से विशाल पेड़ों की कटाई विनाशकारी साबित हो सकती है। इस कटाई के परिणामस्वरूप जंगलों का क्षेत्र घट सकता है और कार्बन उत्सर्जन में वृद्धि हो सकती है।
वैज्ञानिकों ने चेताया है कि कृषि, पेड़ों की कटाई, मानव निवास और जलवायु परिवर्तनों के प्रभावों के कारण विशाल आकार वाले पुराने पेड़ों के भविष्य को खतरा पैदा हो गया है।
शोध पत्रिका `साइंस` की रिपोर्ट के अनुसार ऑस्ट्रेलिया स्थित जेम्स कुक विश्वविद्यालय में पारिस्थितिकी के प्रोफेसर विलियम्स लौरेंस ने अध्ययन से दुनिया भर में विशाल पेड़ों की संख्या में आ रही नाटकीय गिरावट और उनके सामने पैदा खतरों के बारे में बताया।
विश्वविद्यालय के बयान के अनुसार लौरेंस ने कहा कि विशाल पेड़ों के खत्म होने से जैव विविधता और वन परिस्थितिकी पर काफी प्रभाव पड़ेगा और जलवायु परिवर्तन पर भी बुरा असर डालेगा। उन्होंने बताया कि विशाल पेड़ स्तनधारी जानवरों की असंख्य प्रजातियों, पक्षियों और कीटों को आश्रय और भोजन प्रदान करते हैं। इसके अलावा इन वृक्षों के पत्तों से बड़ी मात्रा में पानी निकलता है और यह स्थानीय वर्षा में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान करते हैं। उल्लेखनीय है कि दुनिया के कुछ विशाल पेड़ों को काटने की दृष्टि से विशेष रूप से निशाना बनाया जा रहा है। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 10, 2012, 11:45