Last Updated: Wednesday, December 28, 2011, 12:29
तेहरान : ईरान के एक वैज्ञानिक ने विश्व का सबसे छोटा माइक्रोफोन बनाने का दवा किया है। वैज्ञानिक की मानें तो इसका उपयोग बधिरों को सुनने में मदद करने वाली 'अदृश्य' मशीनों के विकास में किया जा सकता है।
एक सामाचार एजेंसी के अनुसार 0.5 मिमी. लंबाई और चौड़ाई वाले इस माइक्रोफोन का निर्माण करने वाले बबोल के उत्तरी शहर में स्थित नोशिरवानी विश्वविद्यालय के बहराम अजिजुल्लाह गांजी ने कहा कि वह विश्व रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराने के लिए आवेदन करेंगे।
यंत्र का प्रयोग चिकित्सा प्रयोजनों जैसे दिल की बीमारियों के उपचार और भ्रूण के स्वास्थ्य की जांच में किया जा सकेगा। साथ ही इससे मछली पकड़ने और पानी के अंदर समुद्री जीवों को पहचानने में मददगार ध्वनि तरंगों और अल्ट्रासाउण्ड तरंगों को मापने वाली निगरानी प्रणाली में भी इस्तेमाल किया जा सकेगा। इतना ही नहीं इस छोटे से माइक्रोफोन का उपयोग दूरसंचार प्रणालियों, सूचना संग्रह उपकरणों और रक्षा प्रणालियों में भी किया जा सकेगा।
लगभग अदृश्य यह माइक्रोफोन उच्च संवेदनशील है और इसकी कीमत भी कम है। ऊर्जा की कम खपत इस यंत्र का एक और बड़ा फायदा है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 28, 2011, 17:59