Last Updated: Wednesday, August 14, 2013, 21:42

नई दिल्ली : समूचा हिमालय क्षेत्र ‘बादल फटने’ के लिहाज से संवेदनशील है और हिमाचल प्रदेश में 16 हिमनदीय झीलें काफी खतरनाक हैं। इस बात को केंद्र सरकार ने भी स्वीकार किया है।
विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान मंत्री एस जयपाल रेड्डी ने कहा कि समूचा हिमालय क्षेत्र बादल फटने के रूप में होने वाली बारिश की तबाही के लिहाज से संवेदनशील है। हिमाचल प्रदेश के अलावा बादल फटने का खतरा उत्तराखंड, कश्मीर, लेह और हिमालय के अन्य क्षेत्रों में भी है।
अंतरराष्ट्रीय एकीकृत पर्वतीय विकास केन्द्र के एक अध्ययन में पाया गया है कि हिमाचल प्रदेश में 156 हिमनदीय झीलें हैं, जिनमें से 16 काफी खतरनाक हैं। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के पृथ्वी प्रणाली विज्ञान संगठन ने ‘हिमालय का मौसम विज्ञान’ नामक कार्यक्रम बनाया ताकि मौसम राडार, वर्षा, राडार, स्वचालित मौसम स्टेशनों के जरिए अवलोकन प्रणाली को सुदृढ़ किया जा सके। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 14, 2013, 21:42