Last Updated: Tuesday, February 21, 2012, 12:48

मास्को : रूसी जैवभौतिक विज्ञानियों के एक दल ने साइबेरिया क्षेत्र में लगभग 30,000 वर्षो से सुप्ता अवस्था में पड़े ऊतक से प्राचीन पौधे उगाने में सफलता हासिल की है। समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के अनुसार, अबतक का यह सबसे पुरानी पौध सामग्री है, जिसे वापस जीवन प्रदान किया गया है।
कोशिका जैवभौतिकी संस्थान के दल ने डेविड गिलिचिंस्की के नेतृत्व में कोल्यमा नदी के किनारे गिलहरियों के बिल में सुप्तावस्था में पड़ी सामग्री का अध्ययन किया और साइलेन स्टेनोफाइला परिवार के अवशेष पाया जो लगभग सुरक्षित पड़े हुए थे।
प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेस में प्रकाशित एक रपट के अनुसार, वैज्ञानिकों ने अपरिपक्व बीजों से तथाकथित अपरा ऊतक निकाला और उसे एक विशेष पोषक घोल में रख दिया। कुछ समय बाद पेट्री डिश में रखा गया ऊतक परिपक्व बीज बन गया, जिसे मिट्टी में बो दिया गया और इस तरह पौधा उग आया।
वैज्ञानिकों ने पुनर्जीवित पौधों और आज के साइलेन स्टेनोफाइला के बीच पुष्प दलों के आकार व लिंग में मामूली अंतर पाया। अनुसंधान दल ने कहा कि ऊतक कोशिकाएं उनके प्रयोग के लिए बिल्कुल उपयुक्त सामग्री थीं, क्योंकि उनमें उच्च मात्रा में चीनी मौजूद था, जिसने पौधों को इतनी लम्बी सुप्ता अवधि के दौरान जिंदा बनाए रखा।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 21, 2012, 18:18