Last Updated: Sunday, June 9, 2013, 20:05

वाशिंगटन : दुनिया में ग्रीनहाउस गैसों के दो सबसे बड़े उत्सर्जकों अमेरिका और चीन ने पहली बार एक साथ तथा अन्य देशों के साथ मिलकर हाइड्रोफ्लोरो कार्बन के उपभोग और उत्पादन को कम करने के मुद्दे पर राजी हुए हैं। जलवायु परिवर्तन से लड़ने की दिशा में यह बेहद महत्वपूर्ण कदम है।
व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा,‘जलवायु परिवर्तन से लड़ने की दिशा में राष्ट्रपति (बराक) ओबामा और राष्ट्रपति शी (चिनफिंग) ने रविवार को एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पहली बार अमेरिका और चीन एक साथ तथा दूसरे देशों के साथ मिलकर अन्य परस्पर सहयोगों के अलावा हाइड्रोफ्लोरो कार्बन के उपभोग और उत्सर्जन को कम करने के लिए मांट्रियल प्रोटोकॉल तथा विशेषज्ञता का उपयोग करेंगे।’
कैलिफोर्निया के पाम स्प्रिंग्स के बाहर सनीलैंडस के रिसॉर्ट में ओबामा और शी की पहली बैठक खत्म होने के तुरंत बाद यह बयान जारी किया गया।
दो दिनों के अनौपचारिक सम्मेलन के बाद व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर हाइड्रोफ्लोरो कार्बन में हुई कटौती से वर्ष 2050 तक 90 गीगाटन कार्बनडाईऑक्साइड की मात्रा के बराबर कमी आएगी। यह वर्तमान में दुनिया में दो वर्ष में हो रहे ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन के बराबर है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, June 9, 2013, 20:05